कुछ भाजपा विधायकों ने बीफ पार्टी आयोजित करने पर निर्दलीय विधायक शेख अब्दुल राशिद के साथ आज जम्मू-कश्मीर विधानसभा में मारपीट की। इस मामले पर विपक्ष ने काफी हंगामा किया और सदन का बहिष्कार कर दिया है।
कैथोलिक चर्च ने अमेरिकी नाटक लेखिका जान पलमायर द्वारा लिखित नाटक एग्नेस ऑफ गॉड पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। यह नाटक एक नन द्वारा मृत बच्चे को जन्म देने पर आधारित है।
ब्रिटेन में भारतीय मूल के एक दुकानदार ने वहां पिछले 120 साल से शराब निषिद्ध रहे एक गांव में शराब बेचने की कानूनी जंग जीत ली है। इतिहास रचने वाले कमल शर्मा की दुकान मैरी वेल न्यूज को बोर्नविले में बर्मिंघम सिटी काउंसिल की लाइसेंस संबंधी उप समिति ने शराब बेचने की इजाजत दे दी।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) को आतंकवाद की नर्सरी कहने पर भड़के एएमयू छात्रों ने हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेशाध्यक्ष सुनील सिंह व अन्य नेताओं की गिरफ्तारी और प्रदेश में हिंदू युवा वाहिनी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। यह मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि 19 सितंबर की रात यूनिवर्सिटी कैंपस में रसायन विभाग के सामने छात्र आलमगीर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इससे छात्रों में आक्रोश है। आलमगीर यूनिवर्सिटी में सामाजिक कार्य विषय में स्नातक तृतीय वर्ष के छात्र थे।
मुंबई में 17 सितंबर को जैन पर्व के मद्देनजर मांस की बिक्री पर लगे विवादास्पद प्रतिबंध पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी और साथ ही सवाल किया कि केवल मटन और चिकन पर ही प्रतिबंध क्यों, मछली और अंडे पर क्यों नहीं?
जैन पर्व पर्यूषण के मौके पर मांस बिक्री पर रोक का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मुंबई के बाद अब राजस्थान में भी इस पर्व के दौरान तीन दिन के लिए मांस व शराब की दुकानें बंद रखने का फरमान जारी हुआ है।
जैन पर्व पर्यूषण के मौके पर मुंबई में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध को लेकर राजनीति तेज होती जा रही है। आज शिवसेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) बीएमसी के आदेश का उल्लंघन करते हुए मुंबई के व्यस्त दादर इलाके में स्टॉल लगाकर मांस बिक्री कर रही है।
असहिष्णुता, सामाजिक जीवन के किसी एक क्षेत्र में एकांत में ही नहीं फलती-फूलती बल्कि जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में समांतर रूप से फैलती है। महाराष्ट्र में सत्ता में बैठी भाजपा के बहुमत वाली सरकार ने कुछ महीनों पहले बीफ बेचने और खाने पर प्रतिबंध लगाया था। इस फैसले ने मीट उद्योग से जुड़े कामगारों के सामने रोजगार का संकट पैदा कर दिया। मुंबई के सबसे बड़े देवनार बूचड़खाने के कामगार बेरोजगारी की मार से छटपटा रहे हैं।