भारत की सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी इन्फोसिस का मुनाफा नए ग्राहकों की संख्या बढ़ने से जून में समाप्त तिमाही के दौरान 13 प्रतिशत बढ़ा है लेकिन कंपनी के सालाना कारोबार वृद्धि के अनुमान में कटौती से इसके शेयर में गिरावट देखी गई।
इंडियाबुल्स ग्रुप पर आयकर विभाग का बड़ा छापा पड़ा है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक देशभर में ग्रुप के प्रोमोटरों और दफ्तरों पर आयकर विभाग के छापे पड़ रहे हैं।अलग-अलग जगहों पर जारी छापों में विभाग के करीब 1000 अधिकारी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि ग्रुप के प्रोमोटरों के बीच हुए बंटवारे को लेकर गड़बडिय़ां सामने आई हैं। इसी वजह से यह छापे पड़ रहे हैं।
यूरोपीय यूनियन से अलग होने के लिए इंग्लैंड में कराए गए जनमत संग्रह के कई प्रभाव दिखने लगे हैं। दुनिया भर में शेयर मार्केट लुढ़क रहे हैं। वैश्विकरण की चूलें हिलने की बातें उठ रही हैं। लेकिन कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में पब्लिक लॉ के प्रोफेसर और हाउस ऑफ लॉड्सर् में संविधान पर स्थाई समिति के कानून सलाहकार मार्क इलियट के अनुसार, तकनीकी तौर पर अगले दो साल तक इंग्लैंड और यूरोपीय यूनियन की स्थितियों में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।
अगर सब कुछ योजना के मुताबिक रहा, तो आंध्रप्रदेश के तिरूपति बालाजी मंदिर की तर्ज पर मध्य प्रदेश के महाकालेश्वर मंदिर समेत छह देवालयों के नाम डी-मैट खाते खोले जायेंगे। इन खातों के खुलने के बाद भक्त अपने इष्ट को शेयर और प्रतिभूतियां भी दान कर सकेंगे जिससे मंदिरों की आय में इजाफा होगा।
नरेंद्र मोदी सरकार के दो साल पूरे होने का जश्न शेयर बाजार में भी देखने को मिल रहा है। लगातार चौथे दिन देश के शेयर बाजार तेजी के साथ बंद हुए। बंबई स्टॉक एक्सचेंज का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी इस वर्ष की ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। काफी समय तक तय दायरे में रहने के बाद बाजार में तेजी आई है। सेंसेक्स ने लंबे समय बाद 26 हजार के स्तर और निफ्टी आठ हजार के स्तर को पार कर गया है। पिछले चार सत्रों में सेंसेक्स में 1400 अंकों की तेजी आई है।
मनमोहन सिंह की ईमानदारी और भलमनसाहत पर कोई प्रश्न नहीं उठाया गया। यह तर्क भी दिया जाता है कि वह राजनीतिज्ञ ही नहीं हैं। उनके वित्त मंत्री रहते शेयर घोटाले जैसे आरोप आने पर सारा कीचड़ नरसिंह राव के सिर पर उलट दिया गया। 2004 से 2014 तक दस वर्ष प्रधानमंत्री रहते हुए सरकार पर घोटालों और भ्रष्टाचार के गंभीरतम आरोप लगे एवं कांग्रेस पतन के गर्त तक पहुंच गई।
कहने को तो यह एक उत्पाद का प्रचार है। लेकिन यदि इसी बहाने महिलाओं का कुछ भला हो जाए तो क्या बुरा है। विज्ञापन की दुनिया भावनाओं पर चलती है, लेकिन इस भावना में कुछ बात है।
जनवरी में निर्यात में गिरावट के बीच शेयर बाजार में मुनाफा वसूली से शेयर बाजार में पिछले दो दिन से जारी तेजी आज थम गई। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज शुरुआती बढ़त कायम न रख सका और 362 अंक की गिरावट के साथ 23,191.97 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी भी बिकवाली दबाव में रहा और 7,100 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।