अमेरिका के कंसास में हुई भारतीय इंजिनियर की हत्या का मामला अभी तक शांत नही हुआ था कि ऐसा ही एक और मामला सामने आया है। श्रीनिवास के बाद एक और भारतीय मूल के व्यवसायी की उनके साउथ कैरोलीना के घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कंसास गोलीबारी की घटना पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए आज कहा कि अमेरिका घृणा एवं बुराई के सभी रूपों की एकजुट होकर निंदा करता है। कंसास में हुई गोलीबारी में भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की मौत हो गई थी।
अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) की नाराजगी से बचने के लिए भारतीय प्रशासकों ने नई प्रस्तावित राष्ट्रीय संस्था को भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया) का नाम देने पर सहमत होकर संभवत: समझौता कर लिया है।
भारतीय और विश्व सिनेमा ऐसा समुद्र है जिसमें जितने गोते लगाए जाएं, डूबते ही जाते हैं। हर साल पूरे विश्व में हजारों की संख्या में फिल्में बनती हैं, कुछ हिट होती है कुछ फ्लॉप और कुछ समय पर अंकित हो जाती है। कोई फिल्म फ्लॉप है इसका मतलब यह नहीं कि उसमें कुछ नहीं था। कभी-कभी फिल्में नहीं चलतीं और दर्शकों के दिल पर छाप छोड़ जाती हैं। कुछ खास फिल्मों की सूची आउटलुक के लिए लेखक और आलोचक अनुपमा चोपड़ा, लेखक और फिल्म इतिहासकार जय अर्जुन सिंह, फिल्मकार और आलोचक श्रीनिवास भाष्यम और फिल्म निर्देशक श्रीराम राघवन ने बनाई है। इन फिल्मों को जरूर देखिए। यह फिल्म सूची की पहली किस्त है। कल जानिए दूसरी किस्त में कुछ और खास फिल्में
जैसे चीजें चल रही हैं, भारतीय अनुसंधान परिषद का नाम जल्द ही भारतीय इतिहास गोलमाल परिषद कर देना चाहिए। उदाहरण के तौर पर सबसे पहले पहचान की एक गड़बड़ी को लें। भारत के गजट में अधिसूचित किया गया कि किन्हीं वी.वी हरिदास को भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद का नया सदस्य नियुक्त किया गया है जो ‘कालीकट में इतिहास के प्रोफेसर’ हैं। जब इन हरिदास महाशय ने हिचकते हुए आईसीएचआर फोन करके कहा कि वह इससे बहुत सम्मानित महसूस कर रहे हैं, तब पता चला कि यह वह हरिदास नहीं हैं जिनकी अनुशंसा मंत्रालय ने की थी। इतिहास में पीएचडी वी.वी हरिदास मंगलूर विश्वविद्यालय में पढ़ाते हैं। लेकिन यह तो कोई दूसरे पी.टी हरिदास थे जिन्हें परिषद के लिए मनोनीत किया गया था हालांकि वह पी.एच.डी नहीं थे।
केरल में साइ सेंटर पर सीनियरों द्वारा कथित प्रताड़ना दिए जाने के कारण आत्महत्या के प्रयास में बची तीन युवा महिला खिलाड़ियों की हालत अब स्थिर है जबकि खेल मंत्रालय ने मामले की जांच के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया है।