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Search Result : "संगीत नाटक अकादमी"

साहित्य अकादमी में महिला दिवस

साहित्य अकादमी में महिला दिवस

साहित्य अकादमी, दिल्ली ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर संवाद और कवयित्री सम्मेलन आयोजित कर मनाया। इस मौके पर चर्चित लेखिका चित्रा मुद्गल ने कहा ने स्त्री लेखन और देह विमर्श के मौजूं सवालों को उठाया।
शास्त्रीय संगीत की मौलिकता बरकरार रखना मुश्किल है : गिरिजा देवी

शास्त्रीय संगीत की मौलिकता बरकरार रखना मुश्किल है : गिरिजा देवी

ठुमरी की रानी गिरिजा देवी का कहना है कि आज के दौर में भारतीय शास्त्रीय संगीत की मौलिकता बरकरार रखना काफी मुश्किल हो गया है। शास्त्रीय संगीत की 87 वर्षीय प्रख्यात गायिका ने पीटीआई भाषा से कहा, नहीं, मुझे नहीं लगता कि भारतीय शास्त्रीय संगीत की मौलिकता को समकालीन परिवर्तनों के इस दौर में बरकरार रखा जा सकता है लेकिन इसको लेकर अफसोस जाहिर करने का भी कोई मतलब नहीं है।
दृश्य माध्यम की ताकत शब्दों से अधिक है-मोहन अगाशे

दृश्य माध्यम की ताकत शब्दों से अधिक है-मोहन अगाशे

दिल्ली में चल रहे राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के अंतरराष्ट्रीय ‘भारत रंग महोत्सव-2017’ के गुरु कक्षा (मास्टर क्लास) में प्रसिद्ध रंगमंच और फिल्म अभिनेता मोहन अगाशे ने रानावि छात्रों और रंग प्रेमियों के बीच कहा, सच यह है कि प्रदर्शन या‌नी दृश्य माध्यमों की ताकत शब्दों से कहींअधिकहै।
...जब मनोज वाजपेई करने लगे थे महिलाओं की तरह व्यवहार

...जब मनोज वाजपेई करने लगे थे महिलाओं की तरह व्यवहार

राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के 19वें भारत रंग महोत्सव के फेस टु फेस कार्यक्रम में अब भी नाटक को पहला प्रेम मानने वाले बालीवुड अभिनेता मनोज वाजपेई ने स्वीकार किया कि नटवा नाटक के शीर्षक किरदार को कई बार करने की वजह से मेरे निजी जीवन में भी हाव-भाव महिलाओं की तरह हो गए थे। उन्होंने कहा कि इस चरित्र से बाहर आने में उन्हें बहुत मेहनत करनी पड़ी। वह इतना हाबी था कि उससे बाहर आने के लिए न केवल कसरत करना पड़ी, जैसा कि मैने कहीं पढ़ा कि कमल हासन को भी ऐसा करना पड़ा था। बातचीत में उन्होंने बताया कि शूल फिल्म ईमानदार पुलिस इंस्पेक्टर के करेक्टर से बाहर आने में तो उन्हें मनोवैज्ञानिक का सहारा लेना पड़ा था।
पूर्व अटार्नी जनरल सोराबजी ने पुस्तकों के प्रति अपने प्रेम को साझा किया

पूर्व अटार्नी जनरल सोराबजी ने पुस्तकों के प्रति अपने प्रेम को साझा किया

जाने-माने विधिवेत्ता सोली सोराबजी अपनी विधिक कुशाग्रता के लिए भले ही दुनियाभर में जाने जाते हों लेकिन आप उनसे कविता के बारे में बात करें और उनकी जुबां पर शेक्सपियर का नाम आ जाता है। साहित्य अकादेमी द्वारा पीपुल एंड बुक्स शीर्षक से आयोजित सत्र में भारत के पूर्व अटार्नी जनरल ने कहा कि अंग्रेजी के नाटककार विलियम शेक्सपियर की चतुर्दश पदी (साॅनेट) उनकी पसंदीदा कविताओं में शामिल है और शेक्सपियर से बेहतर कोई नहीं है।
सिर्फ संगीत से अपनी बात कहेगी ‘किताब’

सिर्फ संगीत से अपनी बात कहेगी ‘किताब’

किताबों में लोगों की रूचि भले ही बरकरार हो लेकिन पहले की तरह पब्लिक लाइब्रेरियों में अब भीड़ नहीं जुटती। लोगों को पब्लिक लाइब्रेरी की तरफ आने को प्रेरित करती है वरिष्ठ अभिनेता टॉम आल्टर अभिनीत शॉर्ट-फिल्म किताब। इसकी शूटिंग हाल ही में उत्तराखंड के खूबसूरत हिल स्टेशन मसूरी में पूरी हुई।
हिन्दी में नासिरा शर्मा और अंग्रेजी में जेरी पिंटो को साहित्य अकादमी पुरस्कार

हिन्दी में नासिरा शर्मा और अंग्रेजी में जेरी पिंटो को साहित्य अकादमी पुरस्कार

इस वर्ष साहित्य अकादमी का प्रतिष्ठित पुरस्कार हिन्दी के लिए नासिरा शर्मा, उर्दू के लिए निज़ाम सिद्दीकी, अंग्रेजी के लिए जेरी पिंटो और संस्कृत के लिए सीतानाथ आचार्य शास्त्री सहित 24 भाषाओं के रचनाकारों को देने का आज ऐलान किया गया।
ग्वालियर में गूंजेंगीं तानसेन को समर्पित  विश्व संगीत की स्वर-लहरियां

ग्वालियर में गूंजेंगीं तानसेन को समर्पित विश्व संगीत की स्वर-लहरियां

संगीत सम्राट तानसेन की स्मृति में पिछले नौ दशकों से ग्वालियर में आयोजित होते आ रहे तानसेन संगीत समारोह का विश्इव स्सतरीय पांच दिवसीय आयोजन इस साल यहां 16 दिसंबर से 20 दिसंबर तक किया जाएगा।
‘भाषा का कोई धर्म नहीं होता, बल्कि मजहब को भाषा की जरूरत होती है’

‘भाषा का कोई धर्म नहीं होता, बल्कि मजहब को भाषा की जरूरत होती है’

उर्दू जबान की तरक्की के लिए फिक्रमंद साहित्यकारों और शिक्षाविदों का मानना है कि इस भाषा को सिर्फ मुसलमानों की जबान के तौर पर पेश कर एक दायरे में सीमित करने की कोशिशें की जा रही हैं जबकि असलियत यह है कि यह पूरे देश में और विभिन्न समुदायों में बोली जाती है और इसके विकास में सभी का अहम योगदान है। इसके अलावा उर्दू और हिंदी छोटी और बड़ी बहने हैं और इनमें आपस में कोई टकराव नहीं है।
दिल्ली में चार नंवबर से शुरू होगा पूर्वोत्तर उत्सव

दिल्ली में चार नंवबर से शुरू होगा पूर्वोत्तर उत्सव

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 4 नवंबर से पूर्वोत्तर उत्सव का आयोजन होगा। हर साल आयोजित होने वाला यह उत्सव इस बार भी भव्य होगा और इस दौरान दिल्ली के कॉलेजों एवं बैंडों के बीच रॉक संगीत की प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
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