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'अच्छे दिन के जुमले पर सत्ता में आए लोगों ने एक भी अच्छा काम नहीं किया'

'अच्छे दिन के जुमले पर सत्ता में आए लोगों ने एक भी अच्छा काम नहीं किया'

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि अगर विरोधियों को चुनाव की इतनी जल्‍दी हैं तो वह भी मुकाबले के लिए तैयार हैं। उन्‍होंने संकेत दिया कि सूबे में आगामी फरवरी में विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं। उन्‍होंने कहा कि वह परिणाम से नहीं डरते। सपा सरकार ने प्रदेश में बहुत से विकास कार्य कराए हैं। अगर जनता को विकास पसंद आया होगा तो सपा को जीत मिलेगी। मोदी सरकार का नाम लिए बिना उन्‍होंने कहा कि अच्छे दिन लाने के नाम पर सत्ता में आए लोगों ने एक भी अच्छा काम नहीं किया है।
उप्र में राहुल की यात्रा से कांग्रेस बनी सत्ता की दावेदार : पीएल पूनिया

उप्र में राहुल की यात्रा से कांग्रेस बनी सत्ता की दावेदार : पीएल पूनिया

उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की देवरिया से दिल्ली तक की यात्रा को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता पीएल पूनिया ने रविवार को दावा किया कि राहुल की इस यात्रा से पार्टी न सिर्फ मुकाबले में आ गई है, बल्कि सत्ता के दावेदार के तौर पर उभरी है।
बदल गया प्रधानमंत्री आवास का पता, रेसकोर्स रोड अब होगा लोक कल्याण मार्ग

बदल गया प्रधानमंत्री आवास का पता, रेसकोर्स रोड अब होगा लोक कल्याण मार्ग

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में केंद्रीय सत्ता से जुड़े सबसे महत्वपूर्ण मार्ग रेसकोर्स रोड का नाम अब लोक कल्याण मार्ग होगा। इसी मार्ग पर देश के प्रधानमंत्री का आवास स्थित है।
सत्ता की राजनीति का जहर

सत्ता की राजनीति का जहर

पंजाब में मादक पदार्थों के अवैध धंधे का सत्ता की राजनीति पर गहरा असर है। यह दोष केवल वर्तमान सत्तारूढ़ दल और सरकार का नहीं है। लगभग तीन दशकों के दौरान जहर की तस्करी और उससे होने वाली अवैध कमाई ने संपूर्ण व्यवस्‍था को तबाह किया। पंजाब-हरियाणा में अन्य राज्यों की तरह शराब के ठेकों से सरकारी खजाने में बड़ी आमदनी होती है। खजाना भरने के लिए ठेके और शराब की खपत बढ़ती गई। हरियाणा की स्‍थापना के बाद पहले तो पर्यटन स्‍थलों पर सरकार ने ही पब और राजमार्गों पर शराब के ठेकों को बढ़ावा दिया। फिर अति उत्साही आदर्शवादी कहलाने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश में शराबबंदी लागू की। लेकिन जल्द ही अवैध धंधे, जहरीली शराब से लोगों के मरने की नौबत आने पर सरकार ने फैसला बदल दिया।
धरनेबाज को ‘नारों’ से परहेज

धरनेबाज को ‘नारों’ से परहेज

धरने, प्रदर्शन, विरोध के बल पर राजनीति के मैदान में उतरे और सत्ता में रहते हुए भी धरना करने वाले अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास के बाहर किसी भी तरह के प्रदर्शन, विरोध, धरने को एक महीने के लिए गैरकानूनी घोषित कर दिया है।
सड़ गया गठबंधन

सड़ गया गठबंधन

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सार्वजनिक रूप से माना है कि ‘भाजपा के साथ गठबंधन से हमारे 25 साल सड़ गए।’ यह पहला अवसर नहीं है। पिछले कुछ महीनों से ठाकरे और उनके सहयोगी एवं मुखपत्र ‘सामना’ में भाजपा एवं मोदी सरकार पर निरंतर आरोपों के साथ भर्त्सना हो रही है।
पायलट का दावा, राजस्‍थान में भाजपा को हराने की रणनीति तैयार

पायलट का दावा, राजस्‍थान में भाजपा को हराने की रणनीति तैयार

राजस्‍थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि पार्टी एकजुटता से प्रदेश के मतदाताओं के सहयोग से भाजपा को सत्ता से हटाने की शुरुआत करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की प्राथमिकता भाजपा को सत्ता से हटाने की है इसके लिए पार्टी ने अपनी शुरुआत तेज कर दी है।
तुर्की में तख्तापलट का प्रयास विफल, 265 की मौत, हजारों घायल

तुर्की में तख्तापलट का प्रयास विफल, 265 की मौत, हजारों घायल

तुर्की की सेना के अंसतुष्ट सैनिकों के एक गुट द्वारा की गई तख्तापलट की कोशिश विफल कर दी गई। राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने तख्तापलट के प्रयास को नाकाम कर दिए जाने और देश की सत्ता पर खुद के नियंत्रण का दावा किया। शुक्रवार की रात से जारी अफरा-तफरी और गोलीबारी में 265 लोग मारे गए जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं।
इस बैनर से दहशत में होगी नवाज सरकार

इस बैनर से दहशत में होगी नवाज सरकार

पाकिस्तान में रातों-रात एक राजनीतिक दल द्वारा लगाए गए बैनर-पोस्टरों से निश्चित रूप से देश की नवाज सरकार की नींद उड़ गई होगी। दरअसल इस बैनर में पाकिस्तानी सेना प्रमुख राहील शरीफ से देश में एक बार फिर मार्शल लॉ लागू करने की मांग की गई है और उनसे अपील की गई है कि वह नवंबर में तय अपने रिटायरमेंट को खारिज कर सत्ता पर कब्जा करें।
चर्चाः किराए की टीम से सत्ता की आशा | आलोक मेहता

चर्चाः किराए की टीम से सत्ता की आशा | आलोक मेहता

सवाल यह है कि गांव, मोहल्ले, कस्बे, शहर, महानगर में वर्षों तक रहने वाले पार्टी से जुड़े कार्यकर्ता क्या स्थानीय मुद्दों, समस्याओं, क्षेत्र में समर्पित भाव से काम करने वाले व्यक्तियों की जानकारी क्षेत्रीय, प्रादेशिक और राष्ट्रीय नेताओं को नहीं दे सकते हैं?
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