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‘लखनऊ सेंट्रल’ का ट्रेलर लॉन्च, सपने और कैद के बीच झूलते नजर आए फरहान

‘लखनऊ सेंट्रल’ का ट्रेलर लॉन्च, सपने और कैद के बीच झूलते नजर आए फरहान

बॉलीवुड स्टार फरहान अखतर की अपकमिंग फिल्म ‘लखनऊ सेंट्रल’ का गुरुवार को ट्रेलर लॉन्च हो गया है। इस फिल्म में फरहान एक जेल कैदी के तौर पर नजर आएंगे, जैसा कि ट्रेलर में देखने को मिला है।
नीतीश को सपने दिखा रही है भाजपा: लालू यादव

नीतीश को सपने दिखा रही है भाजपा: लालू यादव

बिहार में जारी सियासी घमासान के बीच राजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने एक बार फिर बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला है। लालू ने कहा भाजपा के लोग नीतीश कुमार को सपने दिखा रहे हैं।
रॉक ऑन-2 के लिए गाना सपने के सच होने जैसा : श्रद्धा कपूर

रॉक ऑन-2 के लिए गाना सपने के सच होने जैसा : श्रद्धा कपूर

अभिनेत्री श्रद्धा कपूर ने कहा है कि रॉक ऑन-2 में काम करना सपने के सच होने जैसा है और इस म्यूजिकल ड्रामा फिल्म में अपना गाना गाना तो सोने पर सुहागा की तरह हो गया। रॉक ऑन के दूसरे संस्करण रॉक ऑन-2 में 29 वर्षीय श्रद्धा भी काम कर रही हैं।
मोदी की तरह ही हवा हवाई सपने दिखा रही है सपा सरकार: मायावती

मोदी की तरह ही हवा हवाई सपने दिखा रही है सपा सरकार: मायावती

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की स्मार्ट फोन योजना को छलावा बताते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि सपा सरकार जनता को वैसे ही हवा हवाई सपने दिखा रही है, जैसे 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिखाए थे।
अग्निवेश जद यू में शामिल : कहा, शराब बंदी संपूर्ण क्रांति के सपने को पूरा करेगी

अग्निवेश जद यू में शामिल : कहा, शराब बंदी संपूर्ण क्रांति के सपने को पूरा करेगी

स्‍वामी अग्निवेश ने दोबारा से सक्रिय राजनीति में प्रवेश कर लिया है। बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की शराबबंदी मुहिम की प्रशंसा करने वाले स्‍वामी अग्निवेश ने जद यू का दामन थामा है। जद यू बिहार के बाहर शराबबंदी के जरिए अपना फैलाव करना चाहती है। लिहाजा अग्निवेश काेे पार्टी में शामिल करने के पीछे यही रणनीति हो सकती है। सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने राष्ट्रव्यापी शराब बंदी पर जोर दिया है।
रवि बुले की कहानी: प्रोडक्शन नं.3

रवि बुले की कहानी: प्रोडक्शन नं.3

5 सितंबर, 1971, जबलपुर (म.प्र) में जन्म। ढाई दशक से पत्रकारिता में सक्रीय। बीते दस बरस में दो कहानी संग्रहः आईने सपने और वसंत सेना। यूं ना होता तो क्या होता। पिछले साल आया उपन्यास दलाल की बीवी काफी चर्चित रहा। गुजरे डेढ़ दशक से लगातार फिल्म समीक्षाएं, विवेचन और अध्ययन। मुंबई में निवास। प्रतिष्ठित हिंदी दैनिक अमर उजाला के मुंबई ब्यूरो प्रमुख।
शिक्षा के सपने का कानूनी ककहरा

शिक्षा के सपने का कानूनी ककहरा

बच्चों को शिक्षा के लिए सदमे और डर से मुक्त माहौल देने के लिए शारीरिक दंड एवं वार्षिक परीक्षा आधारित पास-फेल की प्रणाली खत्म कर दी जा रही है। इसके बदले निरंतर मूल्यांकन की व्यवस्था की गई है। विधेयक में सभी विद्यालयों के पाठ्याचार को संवैधानिक मूल्यों के अनुरूप ढालने का प्रावधान किया है। इससे कुछ संस्थाओं, संगठनों के स्कूलों में सांप्रदायिक और इस तरह के अन्य एजेंडे को सीमित करने मे मदद मिलेगी।
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