सपा नेता अमर सिंह ने आज सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव और भाई रामगोपाल के निष्कासन को वापस लेने के फैसले को सही बताया और कहा कि सपा परिवार को तोड़ने की साजिश नाकाम हो गई।
सपा में घमासान के बीच मुलायम सिंह यादव के साथ अखिलेश यादव और आजम खान की बैठक के बाद अखिलेश और रामगोपाल यादव का निष्कासन वापस ले लिया गया है। इस तरह एक बार फिर दोनों की पार्टी में वापसी हो गई है।
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी सपा दो फाड़ होने के नजदीक पहुंच गयी, जब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने पिता सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव के लिये प्रत्याशियों की सूची जारी किये जाने के बाद अपनी तरफ से 235 उम्मीदवारों की एक समानान्तर फेहरिस्त जारी कर दी।
यूपी में चुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी बिखर गई है। एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने शुक्रवार को अपने बेटे और सीएम अखिलेश के साथ-साथ चचेरे भाई रामगोपाल यादव को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया। मुलायम ने कहा कि रामगोपाल अखिलेश का भविष्य खराब कर रहे हैं और अखिलेश यह समझ नहीं पा रहे। दूसरी तरफ अखिलेश यादव ने साफ किया है कि असली समाजवादी पार्टी तो उनकी है, नेताजी को कुछ लोग गुमराह कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के भीतर लड़ाई और तेज हो गई है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
समाजवादी पार्टी से निकाले जाने के बाद रामगोपाल यादव ने कहा कि 'ये निष्कासन पूरी तरह से असंवैधानिक है। बिना पक्ष सुने कार्रवाई नहीं की जा सकती। नोटिस जारी करने के आधे घंटे के अंदर ही निष्कासन नहीं किया जा सकता। रामगोपाल यादव ने कहा कि 1 जनवरी को सम्मेलन तो बुलाया ही जाएगा। नेताजी (मुलायम सिंह) को पार्टी का संविधान मालूम नहीं है। इस पार्टी में लगातार शीर्ष स्तर से असंवैधानिक काम हो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी समाजवादी पार्टी टूटने की कगार पर नजर आ रही है। इसकी वजह पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव द्वारा टिकट से वंचित किए गए अखिलेश यादव के समर्थक मंत्रिायों और विधायकों का यह कहना है कि मुख्यमंत्री पार्टी की आधिकारिक सूची के समानांतर अपनी अलग सूची जारी कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) आज दो फाड़ होने के नजदीक पहुंच गयी, जब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने पिता सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव के लिये प्रत्याशियों की सूची जारी किये जाने के बाद अपनी तरफ से 235 उम्मीदवारों की एक समानान्तर फेहरिस्त जारी कर दी।
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी :सपा: के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने बुधवार को राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव के लिये 325 उम्मीदवारों के नामों की सूची जारी कर दी। इस फेहरिस्त में जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कई करीबी मंत्रियों के टिकट काट दिये गये हैं, वहीं कई एेसे नाम भी शामिल हैं जिन पर अखिलेश को एेतराज था। मुलायम सिंह ने सूबे में कांग्रेस के साथ गठबंधन की अटकलों को भी यह कहते हुए खारिज कर दिया कि सपा समूचे सूबे में अकेले चुनाव लड़ेगी।
समाजवादी पार्टी में अब टिकट वितरण को लेकर घमासान छिड़ गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके चाचा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव के बीच एक बार फिर तकरार खुलकर सामने आ गई है।