अपनी मखमली आवाज़ से दुनिया भर के संगीत प्रेमियों के दिलों पर राज़ करने वाले ग़ज़ल गायक पंकज उधास का आज 66वां जन्मदिन है। पंकज का जन्म 17 मई 1951 गुजरात में राजकोट के पास जैतपुर के एक बीयर बनाने वाले परिवार में हुआ था। वे तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं। उनके पिता का नाम केशूभाई उधास और मां का नाम जीतूबेन उधास है।
दिल्ली मेट्रो का सफर अब थोड़ा खर्चीला होने जा रहा है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने मेट्रो का किराया बढ़ाने का फैसला किया है, जो बुधवार से लागू होगा। डीएमआरसी बोर्ड ने आज किराया समिति की सिफारिशों को मंजूरी दे दी। सितंबर तक न्यूनतम किराया 10 रूपये और अधिकतम किराया 50 रूपये होगा।
गुजरात लायंस के हाथों पिटने के बाद लगता है कि आईपीएल-10 में विराट कोहली की टीम आरसीबी का सफर खत्म हो गया है। प्ले आॅफ में शीर्ष चार टीमें पहुंचती हैं। कोलकाता और मुंबई अभी सबसे बेहतर स्थिति में हैं। उन दोनों के 12-12 अंक हैं। उनके पास अभी 6-6 मैच बचे हैं। लिहाजा इन दोनों टीमों का प्ले आॅफ पहुंचना तय है। बाकी दो टीमों के लिए आगामी मैचों में कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।
बॉम्बे हाई कोर्ट ने मालेगांव धमाका केस में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को जमानत दे दी है। हालांकि, इसी मामले में अभियुक्त लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत पुरोहित की जमानत याचिका खारिज कर दी गई है।
शिवसेना ने चेतावनी दी है कि उसके सांसद रवींद्र गायकवाड़ के विमान में उड़ान भरने पर घरेलू एयरलाइन कंपनियों द्वारा लगायी गई रोक यदि नहीं हटायी गई तो वह 10 अप्रैल को होने वाली राजग की बैठक में हिस्सा नहीं लेगी।
एयर इंडिया के कर्मचारी के साथ मारपीट करने के मामले फंसते जा रहे शिवसेना सांसद रविंद्र गायकवाड़ को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। फेडरेशन ऑफ इंडियन एयरलाइंस (एफआईए) ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए सांसद गायकवाड़ को ब्लेक लिस्ट कर दिया है।
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता का सोमवार को लंबी बीमारी के बाद चेन्नई के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। जयललिता के निधन के साथ ही एक युग का अंत हो गया। इसी साल जयललिता चौथी बार और लगातार दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनकी मौत से राज्य में उनके चाहने वाले लाखों लोगों में मायूूसी छा गई। अभिनय से राजनीति में आईं जयललिता ने राज्य के लोगों पर अपनी अलग छाप छोड़ी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का विकास रथ शुरू होने से कुछ ही देर बाद तकनीकी खराबी की वजह से रूक गया। कुछ देर तक मुख्यमंत्री ने इंतजार किया लेकिन रथ ठीक नहीं हुआ उसके बाद आगे की यात्रा उन्होने कार से शुरू कर दिया।
1995 में पतंजलि का कंपनी के रुप मेंं पंजीयन कराने के लिए अधिकारियों ने बतौर शुल्क 13 हजार रुपए बाबा रामदेव और उनके सहयोगी आचार्य बालकृष्ण से मांगे थे। उस वक्त इन दोनों के पास महज 3500 रुपए थे। किसी तरह दोस्तों से उधारी लेकर पंजीयन शुल्क चुकाया गया। आज 21 साल बाद पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण फोर्ब्स की सूची में भारत में 48 वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। इस सूची में यह नाम आश्चर्यजनक है। बालकृष्ण को 2.5 अरब डालर की संपत्ति के साथ सूची में स्थान दिया गया है।