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क्या केजरी की शपथ में जाने का साहस करेंगे मोदी

क्या केजरी की शपथ में जाने का साहस करेंगे मोदी

दिल्ली के प्रतीक्षारत मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह घोषणा क्या की कि वह कल 12 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर उन्हें 14 फरवरी को अपने शपथग्रहण समारोह में रामलीला मैदान आने को निमंत्रित करेंगे, अब सब निगाहें इसपर लगी हैं कि मोदी इसके लिए राजी होते हैं या नहीं।
शपथ से पहले केजरी का दांव

शपथ से पहले केजरी का दांव

दिल्ली विधानसभा चुनाव मेें बंपर बहुमत हासिल कर चुके अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करने से पहले केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू से मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने दिल्ली की अनाधिकृत बस्तियों को नियमित करने पर विचार विमर्श किया। अनाधिकृत बस्तियों का सवाल केजरीवाल के चुनाव अभियान का एक मुख्य मुद्दा था।
शपथ ग्रहण समारोह में मोदी को बुलाएंगे केजरीवाल

शपथ ग्रहण समारोह में मोदी को बुलाएंगे केजरीवाल

दिल्ली विधानसभा चुनावों में विरोधी दलों को हाशिये पर डाल चुकी आम आदमी पार्टी नेता और दिल्ली के मनोनीत मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे और उन्हें 14 फरवरी को रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण समारोह में आने के लिए आमंत्रित करेंगे।
आप की जीत में पढ़िए ‘रणछोड़’ और ग्रीस

आप की जीत में पढ़िए ‘रणछोड़’ और ग्रीस

भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ परिवार के लोग अपने कथित सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की दुहाई देते नहीं थकते। लेकिन पहले 2014 में लोकसभा और इस बार दिल्ली विधानसभा के चुनाव अभियानों के दौरान भगोड़ा कहकर आम आदमी पार्टी की बैंड बजाते वक्त भारतीय सांस्कृतिक स्मृति में गुंजित एक अहम प्रतीक का महत्व समझने में चूक गए। यह प्रतीक ‘रणछोड़’ है।
'आप' की जीत से बदली देश की सियासत

'आप' की जीत से बदली देश की सियासत

दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों का तात्कालिक असर तो यही होगा कि मोदी और अमित शाह की लगातार जीत से पस्त पड़े गैर कांग्रेसी विपक्ष में जान पड़ सकती है। यह इसी वर्ष बिहार में होने वाले चुनावों में नजर आ सकता है।
एक्सक्लूसिव इंटरव्यूःद‌िल्ली के लिए अलग रेवेन्यू मॉडल- केजरीवाल

एक्सक्लूसिव इंटरव्यूःद‌िल्ली के लिए अलग रेवेन्यू मॉडल- केजरीवाल

आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में जीत के तमाम आंकड़ों-अनुमानों को पार कर इतिहास बनाया है। दिल्ली की जनता ने खुलकर आम आदमी पार्टी के लिए छप्पर फाड़कर वोट दिया। यह एक सुनामी है जिसने सिर्फ आठ महीने के भीतर दिल्ली से भाजपा का सूपड़ा साफ कर दिया। कांग्रेस का तो खाता खुलने की भी नौबत नहीं आई। नजीजे आने के बाद आम आदी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अपनी पत्नी को लोगों से मिलाया और कहा कि अगर उनकी पत्नी न होतीं तो वह वहां नहीं पहुंच पाते जहां पहुंचे हैं। जाहिर है कि पत्नी के इस परिचय के जरिये उन्होंने कहीं और निशाना साधा है।दिल्ली में बिजली वितरण कंपनियों का ऑडिट करवाना उन्हों‍ने अपनी सरकार का पहला लक्ष्य बताया है। अरविंद केजरीवाल से आउटलुक की ब्यूरो प्रमुख भाषा सिंह की बातचीत के अंशः
एजेंडा सेटिंग में आगे अरविंद

एजेंडा सेटिंग में आगे अरविंद

दिल्जीली विधानसभा चुनाव में जीत किसी की भी हो लेकिन आप दिल्ली चुनावों में अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने में बहुत हद तक कामयाब दिखाई दी।
कौन बनेगा मुख्यमंत्री?

कौन बनेगा मुख्यमंत्री?

दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान जारी है। यहां बीजेपी और आप के बीच कांटे की टक्कर है। यहां किस पार्टी के जीतने के आसार हैं? कौन सी पार्टी लोकतंत्र और दिल्ली की जनता के लिए बेहतर साबित होगी?
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