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Search Result : "सामाजिक जागरूकता"

जागरूकता से लाई जा सकती है कैंसर के मामलों में कमी

जागरूकता से लाई जा सकती है कैंसर के मामलों में कमी

विश्व स्वास्थ्य़ संगठन ने माना है कि 2020 में कैंसर दुनिया की सबसे बड़ी बीमारी हो जाएगी और यही रफ्तार रही तो भारत दुनिया में कैंसर कैपिटल बन सकता है। जरूरी है जागरूकता लाने की और समय पर इलाज की। अगर समय पर इलाज मिल जाए तो 80 फीसदी कैंसर के मामलों को कंट्रोल किया जा सकता है।
गोरक्षा को संघर्ष का रूप देना सामाजिक पाप: आरएसएस

गोरक्षा को संघर्ष का रूप देना सामाजिक पाप: आरएसएस

आरएसएस के एक बड़े नेता ने गोरक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया है। कहा गया कि गोरक्षा को लेकर राजनीति करना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। इसे संघर्ष का रूप देना सामाजिक पाप है।
‘पीएम मोदी ने हमारे प्रयासों में हमारे साथ रहने का वचन दिया है’

‘पीएम मोदी ने हमारे प्रयासों में हमारे साथ रहने का वचन दिया है’

भारत दौरे पर आई बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर कई मामलों में फैसले किए। उन्होंने कहा कि हमने भारत की सुरक्षा चिंताओं को व्यापक रूप से संबोधित किया है, और यह विश्वास बनाने में भी महत्वपूर्ण रहा।
देश में पत्रकारिता से सामाजिक जागरुकता आई : प्रणब मुखर्जी

देश में पत्रकारिता से सामाजिक जागरुकता आई : प्रणब मुखर्जी

राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि पत्रकारिता का देश के सामाजिक सुधार के साथ लोगों में जागरुकता लाने में अहम योगदान है। राष्‍ट्रपति ने कहा कि देश की आजादी से लेकर वर्तमान में पत्रकारिता ने कई आयामों की स्‍थापना की है।
किसी लिंग नहीं, बल्कि मानसिकता के खिलाफ जंग है नारीवाद: शाजिया इल्मी

किसी लिंग नहीं, बल्कि मानसिकता के खिलाफ जंग है नारीवाद: शाजिया इल्मी

राजनीतिक कार्यकर्ता शाजिया इल्मी ने कहा कि पितृसत्तात्मकता एक मानसिकता है और नारीवाद इसी मानसिकता के खिलाफ लड़ाई है और यह किसी विशेष लिंग तक सीमित नहीं है। शाजिया ने बी बोल्ड फाॅर ए चेंज शीर्षक पर पैनल की चर्चा में यह बात कही। यह विषय इस साल के अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का भी थीम है।
भारतीय/अमेरिकी आईटी पेशेवर एच।बी विधेयकों से चिंता में

भारतीय/अमेरिकी आईटी पेशेवर एच।बी विधेयकों से चिंता में

हाल ही में भारतीय मूल के करीब सैकड़ों अमेरिकी आईटी पेशेवर इन मुद्दों पर चिंता प्रकट करने के लिए सिलिकॉन वैली में एकत्रित हुए थे और उन्होंने मुद्दे पर सांसदों तथा नीति निर्माताओं के बीच जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता महसूस की।
सामाजिक न्याय प्रदान करने की जमीनी हकीकत निराशाजनक : अंसारी

सामाजिक न्याय प्रदान करने की जमीनी हकीकत निराशाजनक : अंसारी

उपराष्‍ट्रपति हामिद अंसारी ने मंगलवार को कहा कि देश में कल्याण संबंधी कानून बनाए जाने और कदम उठाए जाने के 70 साल बाद भी सामाजिक न्याय प्रदान करने की जमीनी हकीकत निराशाजनक है। उन्होंने कहा, सामाजिक न्याय के मामले में हम कहां खड़े हैं ? सामाजिक न्याय प्रदान करने के लिए कल्याण संबंधी कानून बनाए जाने और कदम उठाए जाने के 70 साल बाद भी यह एक सवाल है जो गणराज्य के लोग राज्य से पूछ सकते हैं।
‘’कोई धर्म हिंसा और वैमनस्य को स्वीकृति नहीं देता’’

‘’कोई धर्म हिंसा और वैमनस्य को स्वीकृति नहीं देता’’

‘धर्म न केवल मनुष्य बल्कि प्राणिमात्र की एकता और सौहार्द्र की सीख देते हैं। अहिंसा और प्रेम हर धर्म के मूल में हैं। समाज का कोई भी धर्म हिंसा और वैमनस्य को स्वी‌कृ‌ति नहीं देता।’ सद्भावना सेवा संस्‍थान एवं इंटरफेथ फाउंडेशन के तत्वावधान में हुए “सामाजिक, धार्मिक परिदृश्यः परिवर्तन और जिम्मेदारियां” विषयक सेमिनार में आए विचारों का लब्बोलुआब करीब-करीब यही था।
सामाजिक परिवर्तन में हमारी जिम्मेदारियों के मद्देनजर राष्ट्रीय संगोष्ठी नौ दिसंब

सामाजिक परिवर्तन में हमारी जिम्मेदारियों के मद्देनजर राष्ट्रीय संगोष्ठी नौ दिसंब

नई दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटैट सेंटर के गुलमोहर हॉल में सद्भावना सेवा संस्थान एवं इंटरफेथ फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में एकदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 9 दिसंबर, गुरुवार को किया जा रहा है। विषय है- ‘सामाजिक-धार्मिक परिदृश्य - सामाजिक परिवर्तन और जिम्मेदारियां।’
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