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Search Result : "साहित्य अकादेमी पुरस्कार"

गुरदासपुर में होगा मराठी साहित्य सम्मेलन

गुरदासपुर में होगा मराठी साहित्य सम्मेलन

पंजाब के गुरदासपुर जिले का गुमान गांव आने वाले दो दिन मराठी भाषियों से गुलजार रहेगा। गुमान में भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का 88 वां संस्करण शुरू हो रहा है। गुमान वही स्थान हैं जहां मराठी संत नामदेव ने अपने जीवन के अंतिम साल गुजारे थे।
विश्व कप समारोह से क्यों हटाया गया मुस्तफा कमाल को

विश्व कप समारोह से क्यों हटाया गया मुस्तफा कमाल को

विश्व कप ट्रॉफी वितरण समारोह से मुस्तफा कमाल को क्यों हटाया गया? आइसीसी ने यह फैसला क्यों किया इस पर कई तरह की बातें सामने आ रह़ी हैं। आइसीसी के सूत्रों का कहना है कि मुस्तफा कमाल विश्व कप के पुरस्कार वितरण समारोह का हिस्सा थे लेकिन मैच अधिकारियों की ईमानदारी पर सवाल उठाने और अपने बयान पर बने रहने के कारण उन्हें इस समारोह से हटाया गया।
व्हॉट्स ऐप पर साहित्यिक चर्चा

व्हॉट्स ऐप पर साहित्यिक चर्चा

स्मार्ट फोन पर इस एप्लीकेशन ने देश-विदेश में बसे साहित्यकारों को मुहैया कराया है एक मंच। इस मंच पर साहित्य अलग तरह से गति पकड़ रहा है। कविता-कहानी और सम सामयिक विषयों पर जोरदार चर्चा से पाठक और लेखक सीधे संवाद स्थापित कर पाते हैं।
कैसे मिलते हैं पुरस्कार?

कैसे मिलते हैं पुरस्कार?

दुनियाभर में सत्ता प्रतिष्ठानों की तरफ से दिए जाने वाले पुरस्कार हमेशा विवादों में रहे हैं। केंद्र में इस बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद पहली बार देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिये गए हैं। अगर पुरस्कार पाने वालों की फेहरिस्त पर नजर डाली जाए तो ऐसा लगता है कि अपने लोगों को उपकृत करने में भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस से भी आगे चली गई है। इस बार भाजपा सरकार ने अपनी ही पार्टी के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को भारत रत्न दिया तो वाजपेई सरकार में उप प्रधानमंत्री रहे पार्टी नेता लाल कृष्ण आडवाणी को पद्म विभूषण दे डाला। इसी तरह नजर डालें तो पुरस्कार पाने वालों में ज्यादातर भाजपा के करीबी पत्रकार, कलाकार, वैज्ञानिक और नेता हैं।
राष्ट्रपति ने दिए भारत रत्न और पद्म पुरस्कार

राष्ट्रपति ने दिए भारत रत्न और पद्म पुरस्कार

प्रख्यात शिक्षाविद और स्वतंत्रता सेनानी महामना मदन मोहन मालवीय को मरणोपरांत सोमवार को देश के शीर्ष नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
अनिल करमेले की कविताएं

अनिल करमेले की कविताएं

2 मार्च 1965 को छिन्दवाड़ा, मध्यप्रदेश में जन्मे कवि अनिल करमेले की कविताएं सभी महत्वपूर्ण पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई है। पहल, हंस, ज्ञानोदय, वागार्थ, वसुधा, कथादेश, जनसत्ता, इंडिया टुडे, शुक्रवार, पब्लिक एजेंडा, दैनिक हिन्दुस्तान, नई दुनिया, लोकमत समाचार, भास्कर आदि में वह प्रमुखता से छपे हैं। साथ ही लेख एवं समीक्षाएं भी प्रकाशित हुई हैं। ‘ईश्वर के नाम पर’ उनकी पहली किताब प्रकाशित हुई थी। इसी पुस्तक पर उन्हें मध्य प्रदेश साहित्य अकादेमी का "दुष्यंत कुमार" पुरस्कार मिला। फिलवक्भात वह भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (सीएजी) के अंतर्गत महालेखाकार लेखापरीक्षा कार्यालय में सेवारत हैं।
क्वीन कंगना

क्वीन कंगना

राष्ट्रीय पुरस्कार घोषित हो गए हैं। इसी घोषणा के साथ प्रियंका चोपड़ा का राष्ट्रीय पुरस्कार पाने का ख्वाब टूट गया। मैरी कॉम को लोकप्रिय फिल्म का खिताब तो मिला पर यह फिल्म न श्रेष्ठ फिल्म की श्रेणी में आ सकी न प्रियंका को श्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला। कंगना रणौत ने क्वीन के लिए बाजी मार ली है।
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