Advertisement

Search Result : "सेज: सुनंदा पुष्कर की कहानी"

एक विद्रोही गीत की कहानी

एक विद्रोही गीत की कहानी

देश के राजनीतिक इतिहास में ऐसी घटनायें कम ही सुनने को मिलती हैं कि एक गीत किसी सरकार के लिए मुसीबत खड़ी कर दे और सरकार को उस गीत और गीतकार के खिलाफ पूरी ताकत झोंकनी पड़ी हो। और आख़िरकार वह गीत ही सरकार का विदाई गीत बन गया हो।
उल्लू न बनाओ

उल्लू न बनाओ

गंगाराम राजी की भ्रष्टाचार की अलग परिभाषा गढ़ती एक कहानी
थरूर हो सकते हैं गिरफ्तार

थरूर हो सकते हैं गिरफ्तार

कांग्रेस सांसद शशि थरूर से उनकी पत्नी सुनंदा पुष्कर की रहस्यमय परिस्थिति में हुई मौत के मामले में दिल्ली पुलिस की विशेष जांच (एसआईटी) दल ने सात घंटे तक पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में कई ऐसे सुराग हाथ लगे हैं जिससे थरूर की गिरफ्तारी हो सकती है।
कैसे हुई सुनंदा की मौत?

कैसे हुई सुनंदा की मौत?

सुनंदा पुष्कर की संदिज्ध मौत का राज गहराता जा रहा है। लेकिन उससे भी बड़ा राज यह है कि आखिर पुलिस विभाग के अधिकारी इस मामले में सही तथ्य क्यों नहीं दे पा रहे हैं। एक साल पुराने इस मामले में दिल्ली पुलिस की जांच पर भी सवाल उठने लगे हैं। क्योंकि पुलिस अभी पूछताछ के अलावा किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है और मामले को संदिज्ध ही बताया जा रहा है।
एक धीमी सी याद

एक धीमी सी याद

उनकी मुंदी आंखों के नीचे अंधेरे की गाढ़ी परत बिछी हुई थी। सरकारी अस्पताल के उस आईसीयू में गुजरे जमाने के मशहूर गवैए उस्ताद इकराम मुहम्मद खान को उनकी जिंदगी आखरी सलामी देने की तैयारी कर रही थी।
जेरेनियम का फूल

जेरेनियम का फूल

अध्यापिका मारिया यीरेमोवना ने कहा कि कक्षा में एक सजीव कोना बनाना है और प्रत्येक छात्र कोई न कोई सजीव वस्तु लाए।
अड्डे पर साझा उदासी

अड्डे पर साझा उदासी

अड्डे पर लोग सात बजे शाम से जुटने लगते हैं। साढ़े सात तक प्राय: सभी पहुंच जाते हैं। जो नहीं पहुंच पाता उसकी तलाश शुरू हो जाती है।
मौत की कितनी परतें

मौत की कितनी परतें

पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के एक साल बाद दिल्ली पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी ने यह खुलासा किया कि सुनंदा ने आत्महत्या नहीं की थी बल्कि उनकी हत्या हुई।
Advertisement
Advertisement
Advertisement