सुंदरता और सेहत एक सिक्के के दो पहलू हैं। ऐसा कहना है सौंदर्य विशेषज्ञ शहनाज हुसैन का। वह बताती हैं कि अच्छी सेहत चेहरे पर रंगत लाती है और अच्छी सेहत की पूंजी है योग।
इंडियन एकेडमी ऑफ पेडियाट्रिक्स (आईएपी) ने हेल्थफोन के साथ मिलकर आईएपी प्रोग्राम को औपचारिक रूप से लॉन्च किया। दुनिया का यह सबसे बड़ा डिजिटल व्यापक शिक्षा कार्यक्रम आईएपी हेल्थफोन प्रोग्राम भारत में राष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं और बच्चों में कुपोषण की चुनौती का मुकाबला करेगा। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि यह नेटवर्क कुपोषण को कम करने में भारी मददगार होगा।
यह तो सब को पता ही है कि सूर्य की किरणें विटामिन डी का सीधा स्रोत हैं। वर्तमान में जो जीवनशैली लोग अपनाए हुए हैं उसमें अधिकांश लोगों में विटामिन डी की कमी हो जाती है क्योंकि सूर्य की सीधी रोशनी लोगों के शरीर को कम ही छूती है।
दो मिनट में तैयार होने वाली मैगी नौनिहालों के लिए जानलेवा हो सकती है। मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार उत्तर प्रदेश के खाद्य संरक्षा व औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने हाल ही बाराबंकी के एक मल्टी स्टोर से लिए गए मैगी के नमूनों की जांच कोलकाता की रेफरल लैब से कराई। जांच में नमूना फेल हो गया और इसमें मोनोसोडियम ग्लूटामेट नाम का एमिनो एसिड खतरनाक स्तर तक पाया गया। इसके बाद हरकत में आए एफएसडीए ने पूरे प्रदेश में इस बैच की मैगी की बिक्री पर रोक लगा दी। सोमवार से इसपर और असरदार तरीके से पाबंदी लगाई जाएगी।
वैसे तो बहुत सी बातें हैं जो आपके व्यक्तित्व की खूबियों-खामियों को बताती हैं। भोजन की आदतें भी इनमें से एक हैं। आप कैसा और कब-कब खाना पसंद करते हैं इससे भी पता चलता है कि आपका स्वभाव कैसा है। एक मजेदार प्रश्नोत्तरी के जरिये आप भी जानिए अपना स्वभाव। दस सवालों के जवाब और बस आपको पता चल जाएगा कि आखिर आप कैसे हैं
खानपान को लेकर जिस वर्ग में जागरुकता आई है, वे मुट्ठीभर है। आज भी नाश्ते में गरिष्ठ पराठे, छोले-भठूरे, कचौड़ी, तरह-तरह की ब्रैड, पास्ता या नए-नए सीरियल्स चलन में हैं।
यह तो चिकित्सक भी मानते हैं कि गर्मी के दिनों में नीबू पानी पीने से शरीर का तापमान ठीक रहता है इससे शरीर को ताजगी मिलती है। यह शरीर में रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।
विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाओं, बेहतरीन विशेषज्ञता और कम खर्च में बेहद अच्छे परिणामों के चलते भारत पूरी दुनिया में स्वास्थ्य पर्यटन का सबसे अच्छा विकल्प बनकर उभरा है। दुनिया भर के मरीजों को यहां बहुत सारी मेडिकल सेवाएं मुहैया कराई जा रही हैं जिसमें प्रजनन क्षमता यानी फर्टिलिटी से संबंधित बेहतरीन चिकित्सा भी शामिल है।
भारत के अलग-अलग हिस्सों में आप बच्चों के किसी भी डॉक्टर के पास जाएं, वहां आने वाले मां-बाप की एक आम शिकायत यही होती है कि उनका बच्चा ठीक से खाता-पीता नहीं है, या फिर यह कि खाता तो ठीक से है मगर बच्चे का उस अनुपात में वजन नहीं बढ़ रहा या उसकी लंबाई नहीं बढ़ रही।