सामाजिक सरोकारों के लिए प्रतिबद्ध लोकप्रिय कलाकार आमिर खान ने उनकी पत्नी किरण द्वारा जाहिर किए गए डर को साझा कर देश में बन रहे एक खास तरह के माहौल पर चल रही बहस को तीखा कर दिया है
क्या कोई बच्चा गणित का कठिन से कठिन सवाल तीन मिनट में हल कर सकता है। जवाब हां भी हो सकता है लेकिन 120 सवालों के जवाब अगर तीन मिनट में हल करना हो तो यह कैसे संभव है। लेकिन एबेकस तकनीकी के जरिए एक, दो या तीन बच्चें नहीं बल्कि तीन हजार बच्चों ने जब एक साथ सवालों के जवाब हल करना शुरू किया तो सभी ने दांतों तले उंगली दबा ली।
गोमांस को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब हिंदू सेना ने दिल्ली के केरल हाउस में बीफ परोसने पर बवाल खड़ा कर दिया है। आरोप हैं कि सोमवार को गोमांस परोसे जाने की शिकायत के बाद दिल्ली पुलिस केरल हाउस जा धमकी और वहां रेस्तरां में घुसकर मेन्यू से बीफ हटवा दिया।
व्यापमं महाघोटाले से जुड़े लोगों की लगातार हो रही मौतों पर विराम लग गया था, पर इससे जुड़े पूर्व पर्यवेक्षक मध्यप्रदेश कैडर के रिटायर्ड आईएफएस अधिकारी 65 वर्षीय विजय बहादुर सिंह की उड़ीसा में मौत हो गई है। वे 2010 से 13 व्यापमं के पर्यवेक्षक रह चुके थे और हादसे के वक्त उड़ीसा से भोपाल लौट रहे थे। उनकी पत्नी के अनुसार उड़ीसा के झारसुगुड़ा स्टेशन के पास वे बाथरूम जाने के लिए उठे थे, उसके बाद वापस नहीं आए। सिंह का शुक्रवार को भोपाल में अंतिम संस्कार किया गया।
देश में बढ़ती सांप्रदायिकता और असहिष्णुता के खिलाफ कई साहित्यकारों के साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने को केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने गैरजरूरी कार्रवाई करार दिया है। शर्मा ने इन साहित्यकारों की पृष्ठभूमि और मंशा पर भी सवाल उठाए हैं।
आम आदमी पार्टी के पंजाब इकाई के असंतुष्ट नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जालंधर में एक बैठक कर पार्टी छोडने का एेलान करते हुए एक नए फ्रंट का गठन किया है। वहीं आप की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष सुभाष वारे ने पार्टी की राष्टीय कार्यकारणी से इस्तीफा दे दिया है।
अपने पति और परिवार के साथ वह बेहद खुश थी. छोटा सा घर परिवार. कमाई अधिक नहीं लेकिन जरूरतें पूरी हो रही थीं। एक सम्मान के साथ वह अपने पति और बच्चे के साथ हंसी ख़ुशी से जीवन व्यतीत कर रही थी। इस साल बेटे के बोर्ड की परीक्षा होगी। इस को लेकर हर माँ की तरह वह भी चिंतित थी और महज एक सप्ताह पहले वह सोच रही थी कि वह ऐसा क्या करे जिस से उसका बेटा अच्छे से पढ़ सके और अच्छे नंबरों में पास हो।
उच्चतम न्यायालय ने सरकार की सभी नागरिकों को आधार कार्ड मुहैया कराने की महत्वाकांक्षी परियोजना को चुनौती देने वाली याचिकाओं को संविधान पीठ को सौंपने के केंद्र के आग्रह पर आज सुनवाई पूरी कर ली। न्यायालय इस पर मंगलवार को फैसला सुनाएगा। न्यायमूर्ति जे चेलामेश्वर की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय खंडपीठ ने कहा कि वह इस बारे में निर्णय करेगी कि केंद्र द्वारा उठाए गए सवालों को वृहद पीठ को भेजा जा सकता है या नहीं।