किसी भी रक्षा सौदे की बात की जाए पैसा तो हर सौदे में शामिल रहा है। इसके लिए किसी एक राजनीतिक दल को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। जिसकी भी सरकार रही उसने अपने तरीके से रक्षा सौदा किया।
अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर खरीद में कथित दलाली का मामला दुनिया भर में फैले सैन्य बाजार का एक तुच्छ प्रमाण है। शक्तिशाली देशों की 'हथियार लॉबी’ कितनी शक्तिशाली है, इसका गुमान तक आम आदमी को नहीं हो सकता।
अमेरिकी राष्ट्रपति पद की रिपब्लिकन उम्मीदवारी के प्रबल दावेदार डोनाल्ड ट्रंप ने आज संकेत दिया कि वह परमाणु हथियार संपन्न अर्द्ध-अस्थिर देश पाकिस्तान की समस्या से निपटने के लिए भारत और अन्य देशों की मदद मांगेंगे। ट्रंप ने ये टिप्पणियां इंडियानापोलिस में टाउन-हॉल के दौरान एक सवाल के जवाब में कीं। उनसे पूछा गया था कि वह पाकिस्तान जैसे देशों से कैसे निपटेंगे, जो कई बार अमेरिका के साथ दोहरा खेल खेलते हैं।
शीर्ष अमेरिकी सांसदों ने पाकिस्तान को आठ एफ-16 लड़ाकू जेट विमान बेचने के ओबामा प्रशासन के फैसले पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि इन विमानों का इस्तेमाल आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में नहीं, बल्कि भारत के खिलाफ किया जा सकता है। उन्होंने इस संबंध में ओबामा प्रशासन से अपने फैसले की समीक्षा करने का अनुरोध किया है।
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) प्रमुख बान की मून ने बुधवार को अमेरिका, चीन और परमाणु हथियार से लैस अन्य राष्ट्रों से अनुरोध किया है कि वह सीटीबीटी में सुधार कर परमाणु हथियारों के परीक्षण के पागलपन को अंतत: समाप्त करें। इस साल सितंबर में सीटीबीटी के 20 साल पूरे होने वाले हैं।
कश्मीरी गेट आईएसबीटी और जेएनयू परिसर के बीच चलने वाली बस में एक देसी पिस्तौल और जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के खिलाफ लिखा धमकी भरा पत्र बरामद हुआ है। माना जा रहा है कि यह पत्र उसी व्यक्ति ने लिखा है, जिसने छात्र नेता को फेसबुक पर धमकी दी थी। इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस कन्हैया की सुरक्षा बढ़ाने पर विचार कर रही है।
एक ओर जहां क्षेत्रीय नेता प्योंगयांग के परमाणु हथियार कार्यक्रम के खतरे पर चर्चा करने के लिए वाशिंगटन में एकत्र हुए हैं, वहीं दूसरी ओर दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि उत्तर कोरिया ने आज अपने पूर्वी तट के पास से एक और छोटी दूरी की मिसाइल दागी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय परमाणु सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेने के लिए आज सुबह वाशिंगटन पहुंचे। इस सम्मेलन में करीब 50 देशों के शीर्ष नेता परमाणु हथियारों और सामग्री के खतरे के आकलन और इस बारे में विचार साझा करेंगे।