लखनऊ में समाजवादी पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव द्वारा बुलाए गए विशेष अधिवेशन में मौजूद पार्टी नेताओं ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सर्वसम्मति से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष मान लिया है। पार्टी के उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष शिवपाल यादव को पद से हटा दिया गया है। पार्टी महासचिव अमर सिंह को भी पार्टी ने निकालने का प्रस्ताव पास कर दिया गया है।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के वरिष्ठ नेता प्रवीण तोगडि़या ने आज नागपुर में कहा कि वे हिंदुओं के लिए एक संरक्षण योजना लेकर आएंगे ताकि देश में उत्पीड़न से उन्हें रक्षा प्रदान की जा सके।
संस्थापक पं. जगतराम आर्य की जयंती/स्थापना-दिवस पर हुई किताबघर प्रकाशन की संगोष्ठी में वक्ताओं ने अपना देश और मीडिया विषय पर जोरदार बहस की। ‘सवाल’ को ले कर ‘हल्का बवाल’ भी हुआ। पांडुलिपि पर दिया जाने वाला आर्य स्मृति सम्मान इस बार नहीं दिया जा सका।
ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने हिंदुओं से आह्वान किया कि वे दस बच्चे पैदा करें और अपने समुदाय की संख्या को बढ़ाएं। नागपुर में आरएसएस के समर्थन से संपन्न तीन दिवसीय धर्म संस्कृति महाकुंभ में संत समाज ने एक राष्ट्रीय जनसंख्या नीति बनाने और गौहत्या पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक केंद्रीय कानून बनाने का भी आह्वान किया। इस दौरान मंच पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी उपस्थित थे।
विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महासचिव डॉ. प्रवीण भाई तोगड़िया ने कहा है कि नोटबंदी से गरीबों के हितों को भारी चोट पहुंची है। उन्होंने कहा कि इसका कारण यह है कि गरीबों की पहुंच अभी तक डिजिटल दुनिया तक नही हुई है।
विपक्षी कांग्रेस ने महाराष्ट्र के नगरपालिका परिषद एवं नगर पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में मंगलवार को 122 सीटें जीतीं और आठ नगरपालिका अध्यक्ष पद हासिल किए जबकि सत्तारूढ़ भाजपा के खाते में 116 सीटें गईं।
महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष रावसाहेब धानवे ने चुनाव को लेकर विवादास्पद बयान दे दिया है। उन्होंने मतदाताओं से कहा कि चुनाव के दौरान अगर धन की देवी लक्ष्मी आती हैं तो उन्हें स्वीकार कर लेना चाहिए।
केंद्र और महाराष्ट्र में भाजपा की प्रमुख सहयोगी शिवसेना ने एक बार फिर पार्टी पर निशाना साध दिया है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए इस बात के संकेत दिए कि मुंबई महानगर पालिका के चुनावों में पार्टी अकेले उतर सकती है।
प्यू रिसर्च सेंटर के ताजा सर्वे में कहा गया है कि दुनिया के बड़े धार्मिक समुदायों में से हिंदुओं की शिक्षा हासिल करने का स्तर सबसे कम है। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार हाल के दशक में काफी शैक्षणिक उपलब्धियां हासिल करने के बावजूद हिंदू सबसे कम पढ़े-लिखे हैं।