कश्मीर के हालात पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ श्रीनगर में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान महबूबा मुफ्ती ने पत्रकारों के सवाल पर अपना आपा खो दिया। तीखे सवालों से नाराज महबूबा अचानक से ही प्रेस वार्ता खत्म कर वहां से चली गईं जिससे थोड़ी देर के लिए राजनाथ भी असहज हो गए।
कश्मीर घाटी में हिंसा और झड़पों का दौर बीते 48 दिनों से जारी है। आतंकी बुरहान वानी के मसले के बाद हालात सामान्य नहीं हुए हैं। लिहाजा केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने इस ओर अब अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। घाटी में एक ओर जहां बीएसएफ की तैनाती कर दी गई है, वहीं अमन और शांति की बहाली के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह श्रीनगर में हैं।
स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने को लेकर बरेली स्थित दरगाह आला हजरत ने अपने एक अहम फतवे में कहा है कि जश्न-ए-आजादी पर झंडा फहराने या जश्न मनाने में किसी तरह का कोई हर्ज नहीं है। फतवे में मुसलमानों से कहा गया है कि आजादी के जश्न में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें।
कश्मीर का दर्द संपूर्ण भारत समझ सकता है। जम्मू-कश्मीर को भारत के अभिन्न नाजुक अंग की तरह हर भारतीय प्यार करता है। कश्मीर की वादियां केसर और सुंदर फूलों की खुशबू के साथ गौरवशाली संस्कृति के रूप में मानी जाती है। इसलिए मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच सोमवार को हुए विचार-विमर्श के बाद यह शुभ संकेत है कि अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल की तरह वर्तमान सरकार भी कश्मीरी हितों को प्राथमिकता देकर सभी संगठनों से संवाद बढ़ाएगी।
कश्मीर में तनाव के बीच सोमवार को कर्फ्यू का 31वां दिन रहा। यहां हिंसा की वारदातों में मरने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद कहा हैै कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के कार्यकाल में ली गई पहल को दोहराने की जरूरत है।
कश्मीर घाटी में जारी कर्फ्यू के बीच बुधवार को असहज शांति रही, लेकिन घायलों में से और एक व्यक्ति की मौत होने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 44 हो गई। लगातार छठे दिन बुधवार को भी घाटी में कोई अखबार नहीं आया।
कश्मीर घाटी के हालात पर चर्चा के लिए भाजपा महासचिव राम माधव बुधवार की शाम श्रीनगर पहुंचे। घाटी में जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए माधव मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से मुलाकात करेंगे।
भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले के काजीगुंड में सोमवार को हुई गोलीबारी की घटना पर गहरा अफसोस जताया जिसमें तीन व्यक्तियों की मौत हो गई थी। सेना ने इस घटना की जांच का भी आदेश दिया है।
घाटी में अशांति के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि कश्मीरी हमारे अपने लोग हैं जिन्हें बरगलाया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने जनमत संग्रह को अप्रासंगिक करार देते हुए भरोसा दिलाया कि वहां की स्थिति से निपटने में सरकार सबको साथ लेकर चलेगी।