Advertisement

Search Result : "2001"

पीएम मोदी ने सार्वजनिक सेवा के 24 वर्ष पूरे किए, 2001 में आज ही के दिन बने थे मुख्यमंत्री

पीएम मोदी ने सार्वजनिक सेवा के 24 वर्ष पूरे किए, 2001 में आज ही के दिन बने थे मुख्यमंत्री

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को सरकार के मुखिया के रूप में अपने 25वें वर्ष में प्रवेश करने पर...
पीएम मोदी ने 2001 संसद हमले के शहीदों को किया याद, कहा- 'उनका बलिदान देश को हमेशा प्रेरित करेगा'

पीएम मोदी ने 2001 संसद हमले के शहीदों को किया याद, कहा- 'उनका बलिदान देश को हमेशा प्रेरित करेगा'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को 2001 में संसद हमले में अपने प्राणों की आहुति देने वाले...
पीएम मोदी ने 2001 संसद हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी, जानें क्या था 13 दिसंबर का वो पूरा घटनाक्रम

पीएम मोदी ने 2001 संसद हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी, जानें क्या था 13 दिसंबर का वो पूरा घटनाक्रम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उन सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने 2001 में आज ही के...
पुंछ के ताजा हमले की तरह राजौरी में 2001 में हुआ था हमला, 14 पुलिसकर्मी हुए थे शहीद: सुरक्षा अधिकारी

पुंछ के ताजा हमले की तरह राजौरी में 2001 में हुआ था हमला, 14 पुलिसकर्मी हुए थे शहीद: सुरक्षा अधिकारी

जम्मू एवं कश्मीर के पुंछ में हाल ही में सेना के एक ट्रक पर घात लगाकर किया गया हमला, करीब 22 साल पहले पड़ोसी...
भारतीय हाकी के वजूद की जंग थी 2001 जूनियर विश्व कप : ठाकुर

भारतीय हाकी के वजूद की जंग थी 2001 जूनियर विश्व कप : ठाकुर

भारत को पंद्रह बरस पहले एकमात्र जूनियर हाकी विश्व कप दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले अनुभवी फारवर्ड दीपक ठाकुर का मानना है कि भारतीय हाकी का अस्तित्व बचाने के लिये वह टूर्नामेंट एक जंग की तरह था और सुविधाओं के अभाव में भी हर खिलाड़ी के निजी हुनर के दम पर टीम ने नामुमकिन को मुमकिन कर डाला।
2001 की श्रृंखला संभवत: सबसे यादगार थी – पोंटिंग

2001 की श्रृंखला संभवत: सबसे यादगार थी – पोंटिंग

आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने आज कहा कि भारत में 2001 में खेली गई टेस्ट श्रृंखला उन सबसे यादगार श्रृंखलाओं में से एक थी जिनमें वे खेले थे।
सावधान : 57 % डॉक्‍टर बिना मेडिकल क्वालिफिकेशन के कर रहे आपका ईलाज

सावधान : 57 % डॉक्‍टर बिना मेडिकल क्वालिफिकेशन के कर रहे आपका ईलाज

विदेशों में शिक्षा और स्‍वास्‍थ्‍य को जीवन का सबसे महत्‍वपूर्ण पहलू माना जाता है। लेकिन इससे उलट हमारे देश में इन दोनों क्षेत्रों पर घोर लापरवाही की जाती है। इसका एक सटीक उदाहरण विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन की एक रिपोर्ट में आपको मिल सकता है।