बिहार में जारी सियासी ड्रामे के बीच सत्तारूढ़ जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने सोमवार को आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ दी है। शरद यादव ने बिहार में पिछले दिनों जो कुछ भी हुआ उसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
स्वराज इंडिया का कहना है कि समय-समय पर डूबने की स्थिति से प्रभावित लोगों को विस्थापितों की सूची से बाहर करते हुए सरकार के आंकड़े बदलते गए। यदि उन आंकड़ों को भी देखें तो उसके अनुसार भी हजारों पात्र परिवारों को मुआवजा नहीं मिला है।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के लखनऊ दौरे से पहले सपा के तीन एमएलसी बुक्कल नवाब, यशवंत सिंह और मधुकर जेटली के इस्तीफा देने पर यूपी में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल पड़ा है।