मध्य चीन में एक टूरिस्ट बस के रेलिंग से टकराने के बाद लपटों से घिर जाने की वजह से कम से कम 35 लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए। यह घटना हुनान प्रांत में हुई। बस में 56 लोग सवार थे।
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले से 50 किलोमीटर दूर दरलाघाट के नजदीक एक निजी बस 150 फुट गहरी खाई में गिर गई, जिसमें पांच महिलाओं समेत कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई। हादसे में 20 अन्य घायल हो गये।
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर रविवार तड़के में करीब 3 बजे हुई भीषण सड़क दुर्घटना में 17 लोगों की मौत हो गई। रायगढ़ के पास हुुए हादसे में करीब 15 लोगों को घायल बताया जा रहा है।
दिल्ली में भ्रष्टाचार दूर करने की बात कहने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बस योजना की एंटी करप्शन ब्रांच ने जांच शुरु कर दी है। केजरीवाल सरकार की एप्प बेस्ड प्रीमियम बस सर्विस योजना की बुधवार 1 जून से शुरुआत होनी थी। एलजी ने अभी इस योजना पर रोक लगा दी है।
आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के लक्ष्मीपुरम में एक मल्टीप्लेक्स के निर्माण स्थल पर शनिवार की रात जमीन धंसने से सात मजदूरों की मौत हो गई। हादसे में एक अन्य मजदूर को गंभीर हालत में बचाया गया और उसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
राजधानी दिल्ली के नेताजी सुभाष प्लेस में एक इमारत में भीषण आग लग गई है। आग 12 मंजिला इस इमारत की 10वीं मंजिल पर लगी और देखते ही देखते दूसरी मंजिलों में भी फैल गई। आग बुझाने के लिए दमकल विभाग की 22 गाड़ियां लगाई गई हैं।
उत्तरी अर्जेंटीना में एक बस के पुल से गिर जाने से कम से कम 43 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और कई अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिसकर्मियों से भरी यह बस रास्ते में पड़ने वाली एक सूखी नदी पर स्थित पुल से नीचे नदी में जा गिरी। दुर्घटना के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। हालांकि अनुमान लगाया जा रहा है कि शायद बस का टायर फट जाने की वजह से यह हादसा पेश आया।
रूस में एक अस्पताल में आग लगने की बेहद दर्दनाक घटना में कई लोगों की जान चली गई है। बताया जा रहा है कि यह आग दक्षिणी रूस के एक मनोरोग अस्पताल में लगी, जिसमें 23 लोगों की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरितमानस की रचना अवधी भाषा में की थी। परंतु उसके लगभग दो सौ साल बाद कुमाऊं में अल्मोड़ा के पंडित देवीदत्त जोशी ने ब्रजभाषा में श्री रामलीला नाटक लिख कर एक अनूठा प्रयोग किया। पूरी तरह गेयशैली में लिखे गए इस नाटक में उन्होंने अनेक स्वरचित गीत डाले।