निष्कासित सपा नेता अमर सिंह ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और अन्य नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ किये गए हमलों की गुरुवार को निंदा की।
राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के एक समर्थक ने उन्हें खुले आम हत्या की चुनौती दी है और उन्हें आशंका है कि वह उत्तर प्रदेश में मारे जा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के समाजवादी कुनबे में जारी घमासान में संख्याबल के मामले में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पलड़ा भारी होने के बीच इस झगड़े की मुख्य वजह बताये जा रहे सपा के राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने शुक्रवार को कहा कि संख्या या सत्ता से किसी की हैसियत नहीं बनती।
समाजवादी पार्टी का नियंत्रण अपने हाथों मे लेने की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कोशिश की पृष्ठभूमि में पार्टी अध्यक्ष के वफादार यह सुनिश्चित करने के लिए सोमवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी में एकत्र होना शुरू हुए ताकि साइकिल चुनाव प्रतीक मुलायम सिंह यादव के पास ही रहे।
सपा नेता अमर सिंह ने आज सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव और भाई रामगोपाल के निष्कासन को वापस लेने के फैसले को सही बताया और कहा कि सपा परिवार को तोड़ने की साजिश नाकाम हो गई।
समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने सोमवार को मुलायम सिंह यादव से उनके दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि विमुद्रीकरण के खिलाफ हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की प्रतिक्रया से मैं खुुश नहीं था। इसी संबंध में मैं सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव से मिला।
सपा के विधायकों, सांसदों और मंत्रिायों की बैठक के दौरान सत्तारूढ़ यादव परिवार में सोमवार को आरोप-प्रत्यारोप, नोक झोंक और व्यक्तिगत हमले हुए जहां अखिलेश यादव और उनके पिता मुलायम सिंह यादव के बीच सत्ता संघर्ष ने नाटकीय मोड़ ले लिया। वहीं इस दौरान मुख्यमंत्राी पर नयी पार्टी लांच करने की योजना बनाने के आरोप भी लगे जिससे उन्होंने इंकार किया है।