माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले को उचित और साहसिक करार दिया है। गेट्स का कहना है कि इस कदम से भारत में कालेधन में कमी आएगी।
नोटबंदी के कारण राजधानी के मुख्य बाजारों का कारोबार भले ही बुरी तरह प्रभावित हुआ हो, लेकिन यहां चलन से बाहर हुये हजार और पांच सौ रुपये के नोट कमीशन में बदलने का धंधा खूब फल फूल रहा है। राजधानी के थोक बाजार चांदनी चौक, फतेहपुरी और सदर बाजार में पुराने और कटे-फटे नोट बदलने वाले दुकानदार 40 से 50 प्रतिशत के कमीशन पर नोट बदलने का काम कर रहे हैं।
भारत में लोग भले ही नोटबंदी के फैसले को एक हद तक सही मान रहे हों लेकिन पड़ोसी देश चीन का मीडिया इसे भ्रष्टाचार दूर करने की दिशा में नाकाफी मानता है। चीन के समाचार पत्र में प्रकाशित एक लेख में कहा गया है कि 500 और 1000 रुपये के नोट का बैन किए जाने की पहल साहसिक और निर्णायक जरूर है, लेकिन इस जोखिम भरे कदम से देश भ्रष्टाचार से मुक्त नहीं होगा।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को पहली बार फोन पर बात की और दोनों देशों के बीच संबंधों के अत्यंत असंतोषजनक हालात को सामान्य करने को लेकर मिलकर काम करने की आवश्यकता पर सहमति जताई।
पुरानी नकदी का चलना बंद होने से जहां एक ओर लोग अपने काले धन को सफेद करने की जुगाड़ में लगे हैं, वहीं देश में कर चोरी की प्रवृत्ति और अचानक नोट बंद होने से मची अफरा-तफरी में अनेक लोगों की मेहनत का सफेद धन भी कालेधन में बदल गया है।
लुइसियाना प्रांत के दो बार गवर्नर रहे बॉबी जिन्दल का नाम डोनाल्ड ट्रंप के मंत्रिमंडल के लिए चुने गए उम्मीदवारों की सूची में शामिल है। जिन्दल ऐसे पहले भारतीय-अमेरिकी हैं जिन्हें अमेरिका के किसी राज्य का गवर्नर बनने का मौका मिला। 45 वर्षीय जिन्दल को यदि मंत्रिमंडल में शामिल किया जाता है तो राष्ट्रपति के मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले वह पहले भारतीय-अमेरिकी होंगे। उन्हें अमेरिकी कांग्रेस के लिए निर्वाचित होने वाले दूसरे भारतीय-अमेरिकी व्यक्ति होने का गौरव भी प्राप्त है।
अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के खिलाफ प्रदर्शन के लिए समूचे अमेरिका में लाखों लोग सड़कों पर उतरे और उनके कट्टर एवं नस्लवादी विचारों की आलोचना करते हुए आव्रजन एवं मुस्लिमों पर चुनावी घोषणाओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
दुनियाभर को चौंकाने वाले नतीजे में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप अपनी डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को हराकर अमेरिका के राष्ट्रपति निर्वाचित हो गए। उनकी जीत ने आतंकवाद से निपटने, आव्रजन और घरेलू नौकरियों को बचाने पर उनके कड़े रख के चलते अन्य देशों के साथ अमेरिका के समीकरणों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने आठ साल बाद डेमोक्रेट्स के हाथ से राष्ट्रपति का ताज हासिल कर लिया है। यह अमेरिकी इतिहास में एक अहम मोड़ साबित हुआ है। अब ट्रंप अगले चार साल के लिए दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्ति की कमान संभालेंगे। डोनाल्ड ट्रंप ने हिलेरी क्लिंटन को 218 के मुकाबले 289 वोटों से हराया। चुनाव नतीजे हिलेरी के प्रचार अभियान के लिए एक झटका साबित हुए। हिलेरी क्लिंटन ने नेवादा, वाशिंगटन, वर्जिनिया और कनेक्टिकट में जीत हासिल की है। वहीं डोनाल्ड ट्रंप ने अहम राज्य ओहायो, यूटा, फ्लोरिडा मोंटाना और लुइसियाना में जीत दर्ज की है।
अमेरिका के आम चुनाव में भारतीय मूल के चार अमेरिकी उम्मीदवार आज कांग्रेस के लिए निर्वाचित हो गए जबकि पांचवें उम्मीदवार के मामले में मतों की पुनर्गणना कराई जा रही है।