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Search Result : "Asha Parekh awarded Dada Saheb Phalke award"

राष्ट्रीय पुरस्कार में ‘पीकू’ ने दम लगाया हाईशा

राष्ट्रीय पुरस्कार में ‘पीकू’ ने दम लगाया हाईशा

इस बार के राष्ट्रीय पुरस्कारों में अलग हट कर बनी फिल्मों ने बाजी मारी है। दम लगा के हाईशा, पीकू और तनु वेड्स मनु रिटर्न्स का पुरस्कारों की सूची में तीन महत्वपूर्ण स्थान लेना दिखाता है कि ‘ऑफ बीट’ सिनेमा का दम अब तक बरकरार है।
मुख्यमंत्री ने दिए यश भारती सम्मान

मुख्यमंत्री ने दिए यश भारती सम्मान

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कला, संस्कृति, सिनेमा और खेल समेत विभिन्न क्षेत्रों के उत्कृष्ट योगदान करने वाले 46 लोगों को यश भारती पुरस्कार से सम्मानित किया और कहा कि उनकी सरकार ने खत्म किए गए तमाम पुरस्कारों को प्रेरणास्रोत बनाए रखने के लिए बहाल किया है।
मशहूर अभिनेता मनोज कुमार को दादासाहेब फाल्के सम्मान

मशहूर अभिनेता मनोज कुमार को दादासाहेब फाल्के सम्मान

मशहूर अभिनेता मनोज कुमार को साल 2015 का दादासाहेब फाल्के अवार्ड दिया जाएगा। अपनी विशिष्ट अभिनय शैली और देशभक्ति की भावना से भरी फिल्मों के लिए मनोज कुमार लाखों भारतीय दिलों पर राज करते हैं।
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का ऑस्कर डीकैप्रियो के नाम

सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का ऑस्कर डीकैप्रियो के नाम

पांच नामांकनों और 23 साल बाद लियोनार्ड डीकैप्रियो ने आखिरकार ऑस्कर का खालीपन तोड़ते हुए द रेवेनैंट में भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार अपने नाम कर लिया।
कहानी - सुरक्षा

कहानी - सुरक्षा

“एम. ए.। प्राचीन इतिहास में पीएच.डी। कहानी-कविता के साथ-साथ यात्रा वृत्तां पर भी पुस्तक। धूप का गुलाब और चबूतरे का सच नाम से कहानी संग्रह। बादल को घिरते देखा है यात्रा वृत्तांत और तख्त बनने लगा आकाश नाम से कविता संग्रह प्रकाशित। साथ में खिले हैं शब्द नाम से एक हाइकू संग्रह। महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी का मुंशी प्रेमचंद पुरस्कार।”
सलमान ने छीनी शाहरूख की जगह

सलमान ने छीनी शाहरूख की जगह

फिल्मफेयर अवॉर्ड का बेसब्री से इंतजार रहता है। कार्यक्रम के होस्ट शाहरूख की चुटीली बातें और शानदार स्टाइल पर उतनी ही नजर रहती है, जितनी अवॉर्ड विजेताओं पर।
मैं काल्पनिक नहीं प्रामाणिक पर भरोसा करता हूं-रामदरश मिश्र

मैं काल्पनिक नहीं प्रामाणिक पर भरोसा करता हूं-रामदरश मिश्र

गीत, कविता, कहानियां, गजल, निबंध हर विधा में रामदरश मिश्र ने अपनी कलम चलाई है। वह नामी साहित्यकार से पहले संवेदनशील, उदार, स्नेहशील, सहज और सहृदयी व्यक्तित्व के स्वामी हैं। सन 2015 का साहित्य अकादमी पुरस्कार उनकी पुस्तक आग की हंसी के लिए देने की घोषणा हुई है। इस मौके पर साहित्य अकादमी, दिल्ली, के सभागार रामदरश मिश्र जी ‘लेखक से मिलिए’ कार्यक्रम में अपने पाठकों, प्रशंसकों से रूबरू हुए।
फिल्मफेयर अवॉर्ड टिकट किस्तों में

फिल्मफेयर अवॉर्ड टिकट किस्तों में

बॉलीवुड का सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड फिल्मफेयर के प्रति हमेशा से अलग तरह की चाहत रही है। फिल्मफेयर के 61 साल के इतिहास में पहली बार साधारण दर्शक इसका हिस्सा बन पाएंगे।
‘अब क्या’ सोचने का वक्त

‘अब क्या’ सोचने का वक्त

श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर फाउंडेशन के संवाद श्रृंखला 2 में समसामयिक घटना पुरस्कार वापसी और उसके विरोध पर ‘अब क्या’ विषय पर संवाद का आयोजन किया गया। पुरस्कार वापसी का समर्थन और विरोध कर रहे दोनों ही पक्षों ने अपनी-अपनी बात रखी।
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