1681-82 के आसपास जुलियाना गोवा से मुगल दरबार में पहुंची और शीघ्र ही औरंगजेब की बेगम और शहजादे मुअज्जम की अम्मी नवाब बाई की खिदमत में लग गई। जब 1686 में मुअज्जम और उसकी अम्मी बादशाह औरंगजेब की नजरों में गिर गए तब जुलियाना ने उनके प्रति अपनी अटूट वफादारी निभाई।
महान भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी चूनी गोस्वामी ने बताया, "अहमद खान ज्यादातर नंगे पैर फुटबॉल खेलते थे। नंगे पैर खेलने कै दौरान उनको ड्रिबलिंग करने में महारत हासिल थी। नंगे पैर उनकी ड्रिबलिंग एक जादूगर की तरह थी।"