पीवी सिंधु बैडमिंटन में महिलाओं की एकल स्पर्धा में रजत पदक जीतकर खुश हैं। उन्होंने कहा कि देश को स्वर्ण पदक दिलाने के लिए उन्होंने अपना सब कुछ झोंक दिया था।
कहा जाता है कि गुरु को मुक्ति तब मिलती है, जब शिष्य उससे बड़ा हो जाए। गोपीचंद ने इसे अपनी जिंदगी में अपनाया है। ओलंपिक के लिहाज से देखा जाए, तो आज उनके शिष्य बड़े मुकाम पर खड़े हैं। गोपी से भी ऊंचे मुकाम पर। फर्क बस यह है कि गोपी का कद भी उसके साथ बढ़ता जा रहा है। जीवन में जो सीखा, उसे संसार को वापस करना क्या होता है, इसे गोपी से समझा जा सकता है।
रियो ओलंंपिक में शुक्रवार का दिन भारत के लिए एक स्वर्णिम अवसर बनकर नहीं आया। देश की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु गोल्ड मेडल नहीं जीत पाई। वह स्पेन की विश्व नंबर वन कैरोलिना मारिन की चुनौती नहीं ध्वस्त कर पाईं। फाइनल में उन्हें मारिन ने तीन गेम तक चले मुकाबले में 21-19, 12-21, 15-21 से हरा कर भारत की उम्मीदों को तोड़ दिया। इस तरह पीवी सिंधु ने सिल्वर मेडल जीत देश को रजत सम्मान दिलाया।
दो बार विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता बैडमिंटन स्टार पी वी सिंधू ने लंदन ओलंपिक की रजत पदक विजेता वांग यिहान को हराकर रियो ओलंपिक के महिला एकल सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। सिंधू अब पदक से सिर्फ एक जीत दूर हैं।
रजनीकांत लार्जर दैन लाइफ हो गए हैं। उनके प्रशंसक या उनकी फिल्मों को लेकर नए प्रयोगों का कोई सानी नहीं है। इस बार एयर एशिया एयरलाइन ने उनकी नई फिल्म कबाली के लिए नया प्रयोग किया है।
लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली साइना की भिड़ंत अब फाइनल में रविवार को चीन की दुनिया की 12वीं नंबर की खिलाड़ी सुन यु से होगी, जिन्होंने एक अन्य सेमीफाइनल में हमवतन लि जुरेई को हराया। साइना 2014 में आस्ट्रेलियन ओपन जीत चुकी हैं, उनका सुन के खिलाफ रिकार्ड 5-। का है। सुन ने 2013 चाइना ओपन में एक बार इस भारतीय खिलाड़ी को पराजित किया था। पुरूष एकल में किदाम्बी श्रीकांत सेमीफाइनल में डेनमार्क के हैंस-क्रिस्टियन विटिंगस से हार गये।
भारत, नेपाल और कई अन्य दक्षिण एशियाई देशों ने कल यहां होने वाली एसएआईईवीएसी की चौथी मंत्री स्तरीय बैठक से पहले बच्चों के खिलाफ हिंसा समाप्त करने के लिए रणनीति बनाने और प्राथमिकताओं को पहचानने पर चर्चा की।
युवा भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी सिरिल वर्मा को पेरू के लीमा में चीनी ताइपे के चिया हुंग ल्यू के खिलाफ फाइनल में शिकस्त के साथ बीडब्ल्यूएफ विश्व जूनियर चैम्पियनशिप में रजत पदक के साथ संतोष करना पड़ा।
साइना नेहवाल देश की पहली महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं जिन्होंने ओलिंपिक (लंदन ओलिंपिक-2012) में पदक जीता। बैडमिंटन वल्र्ड फेडरेशन की ओर से विश्व में नंबर वन रैंकिंग पाने वाली और विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाली भी वह पहली भारतीय हैं जबकि इससे पहले प्रकाश पादुकोण ही विश्व में अव्वल रैंकिंग पाने वाले भारतीय थे। इतना ही नहीं, सुरेश रैना, एम. सी. मैरी कॉम, वीरेंद्र सहवाग और सुशील कुमार जैसे खिलाडिय़ों का प्रबंधन करने वाली कंपनी आईओएस स्पोट्र्स एंड मैनेजमेंट के साथ सबसे अधिक यानी 25 करोड़ रुपये का करार किया है।