गौरी लंकेश ने अपनी कन्नड़ पत्रिका में आखिरी संपादकीय फेक न्यूज पर लिखा था और उसका टाइटल था- फेक न्यूज़ के जमाने में। सोशल मीडिया में भी वह काफी सक्रिय थीं। उन्होंने आखिरी बार ट्विटर में एक खबर को रीट्वीट किया था, जिसमें रोहिंग्या मुसलमानों के बारे में फैलाई जा रही फेक न्यूज की पड़ताल की गई थी।
ईरानी संसद में सांसदों की हरकतों को लेकर सोशल मीडिया पर बहस तेज है। ईरानी नागरिक इसे बेहद शर्मनाक बता रहे हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ कि अपने सांसदों के कृत्य के खिलाफ ईरानी जनता सोशल मीडिया पर अपने गुस्से का इजहार कर रही है।
राज्यसभा चुनाव से पहले गुजरात कांग्रेस के विधायकों का इस तरह इस्तीफा देना पार्टी के लिए बड़ी मुश्किलों खड़ा कर सकता है। गुजरात में इस तरह की स्थिति को देखते हुए कांग्रेस ने अपने 46 विधायकों को बेंगलुरू रवाना कर दिया है।