हमारे देश में टैक्स पर बहस अब भी चल रही है और जातिवाद, क्षेत्रवाद तो इस देश की पुरानी समस्याएं हैं। मशहूर साहित्यकार, व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई के जन्मदिन पर इन विषयों पर उनके दो सशक्त व्यंग्य।
नोबल पुरस्कार विजेता और बच्चों के हक की लड़ाई लड़ने वाले कैलाश सत्यार्थी ने देश में बढ़ रहे बाल यौन उत्पीड़न और ट्रैफिकिंग के खिलाफ युद्ध स्तर पर लड़ाई छेड़ने का एलान किया है। वह लोगों में जागरुकता पैदा करने के लिए 11 सितंबर से कन्याकुमारी से भारत यात्रा शुरू करेंगे। यह यात्रा विभिन्न हिस्सों से होते हुए 16 अक्तूबर को दिल्ली में समाप्त होगी। करीब एक करोड़ लोगों को इस मुहिम से जोड़ा जाएगा।
दिल्ली की एक अदालत की घटना खूब सुर्खियां बंटोर रही है। दरअसल ईडी के वकील ने शब्बीर शाह से पूछा, ‘क्या आप भारत माता की जय बोल सकते हैं?’ तब कोर्ट ने वकील का विरोध करते हुए कहा कि अदालत की कार्यवाही को टीवी चैनल की बहस ना बनाएं।
पूर्व तेज गेंदबाज भरत अरुण को भारतीय क्रिकेट टीम का गेंदबाजी कोच नियुक्तल किया गया है। साथ ही, संजय बांगर को टीम का सहायक कोच जबकि आर. श्रीधर टीम को फील्डिंग कोच नियुक्त किया है।
अनंतनाग में अमरनाथ यात्रा के दौरान आतंकी हमले के विरोध में आज नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस, विहिप और जेकेएनपीपी सहित कई राजनीतिक दलों ने जम्मू बंद का आह्वान किया है।
पुडुचेरी की उपराज्यिपाल किरण बेदी के काम करने के तरीके का विरोध करते हुए कांग्रेस, द्रमुक, वीसीके ने राज्य में बंद का आह्वान किया है। पार्टियों ने राज्यपाल के विरोध में साथ देने के लिए व्यापारियों और अन्य से भी अपील की है।
रविवार 18 जून को आईसीसी चैंपियंस ट्राफी के फाइऩल में भिड़ने के लिए भारत व पाक की टीमें तैयार है। यह संयोग ही है कि टूर्नामेंट के शुरुआती मुकाबले के बाद दोनों टीमें फाइनल में पहुंची हैं। 32 साल बाद दोनों टीमों का मुकाबला होगा जिसके कारण रविवार का दिन दर्शकों के लिए काफी खास रहेगा। इस हाई वोल्टेज मैच से दोनों टीमों के खिलाड़ी बयानबाजी कर एक दूसरे पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। मैच में विराट कोहली को लेकर खासी उम्मीदें लगाई जा रही हैं।
किसानों के विरोध का असर अब गुजरात में भी दिखने लगा है। केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को भी किसान के विरोध का सामना करना पड़ा। एक कार्यक्रम के दौरान स्मृति ईरानी को किसान के गुस्से का शिकार होना पड़ा।
किसानों के उग्र आंदोलन के बाद महाराष्ट्र सरकार एक के बाद एक राहत भरे फैसले ले रही है। राज्य सरकार ने कर्जमाफी के ऐलान के बाद किसानों को रुपये देने का फैसला किया है।