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बच्चों की मौत को लेकर शिवसेना ने योगी सरकार को बताया ‘बेपरवाह’

बच्चों की मौत को लेकर शिवसेना ने योगी सरकार को बताया ‘बेपरवाह’

देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के अस्पताल इन दिनों बच्चों की मौत को लेकर काफी चर्चा में बने हुए हैं। बीआरडी अस्पताल के बाद फर्रुखाबाद के अस्पलताल में हुई बच्चों की मौत को लेकर पूरा देश सदमे में है। इस घटना को लेकर अब शिवसेना ने प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा है।
यूपी के फर्रुखाबाद में गोरखपुर जैसी त्रासदी, 30 दिन में 49 बच्चों की मौत, मामला दर्ज

यूपी के फर्रुखाबाद में गोरखपुर जैसी त्रासदी, 30 दिन में 49 बच्चों की मौत, मामला दर्ज

देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के अस्पताल इन दिनों काफी चर्चा में बने हुए हैं। गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में बच्चों की मौत के बाद अब फर्रुखाबाद के अस्पताल में बच्चों की मौत का मामला सामने आया है।
मौतों के दर्दनाक आंकड़ें: गोरखपुर के बीआरडी में इस महीने 296 बच्चों ने गंवाई जान

मौतों के दर्दनाक आंकड़ें: गोरखपुर के बीआरडी में इस महीने 296 बच्चों ने गंवाई जान

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर पीके सिंह ने बताया कि इस साल जनवरी से अब तक इंसेफेलाइटिस, एनआईसीयू तथा सामान्य चिल्ड्रन वार्ड में कुल 1250 बच्चों की मौत हो चुकी है।
गोरखपुर के बाद अब छत्तीसगढ़ के अस्पताल में ऑक्सीजन ना मिलने से 3 बच्चों की मौत

गोरखपुर के बाद अब छत्तीसगढ़ के अस्पताल में ऑक्सीजन ना मिलने से 3 बच्चों की मौत

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर त्रासदी का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के अंबेडकर अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई रुकने से तीन बच्चों की मौत हो गई।
गोरखपुर हादसा: बच्चों को बचाने के लिए जूझते रहे डॉक्टर कफील खान, लोगों ने माना ‘हीरो’

गोरखपुर हादसा: बच्चों को बचाने के लिए जूझते रहे डॉक्टर कफील खान, लोगों ने माना ‘हीरो’

उत्तर प्रदेश के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत की घटना पर जहां शासन-प्रशासन सवाल-जवाब में उलझा है, वहीं एक डॉक्टर पीड़ित बच्चों को बचाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहा है।
गोरखपुर के अस्पताल में 30 बच्चों की मौत, वजह अभी स्पष्ट नहीं

गोरखपुर के अस्पताल में 30 बच्चों की मौत, वजह अभी स्पष्ट नहीं

यह अस्पताल प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद में आता है। मौत का कारण पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। ऑक्सीजन की कमी या इंसेफलाइटिस की वजह से मौत की संभावना जताई जा रही है।
जागरूकता से लाई जा सकती है कैंसर के मामलों में कमी

जागरूकता से लाई जा सकती है कैंसर के मामलों में कमी

विश्व स्वास्थ्य़ संगठन ने माना है कि 2020 में कैंसर दुनिया की सबसे बड़ी बीमारी हो जाएगी और यही रफ्तार रही तो भारत दुनिया में कैंसर कैपिटल बन सकता है। जरूरी है जागरूकता लाने की और समय पर इलाज की। अगर समय पर इलाज मिल जाए तो 80 फीसदी कैंसर के मामलों को कंट्रोल किया जा सकता है।
कैंसर से पीड़ित ऐक्टर सीताराम पांचाल की मदद के लिए आगे आई हरियाणा सरकार

कैंसर से पीड़ित ऐक्टर सीताराम पांचाल की मदद के लिए आगे आई हरियाणा सरकार

'जॉली एलएलबी 2' जैसी फिल्मों बेहतरीन कलाकारी के मशहूर अभिनेता सीताराम पांचाल इन दिनों कैंसर जैसी बड़ी बीमारी से जूझ रहे हैं। पिछले दिनों फेसबुक पर मदद की गुहार लगाने वाले एक्टर की मदद के लिए हरियाणा सरकार ने हाथ बढ़ाया है।
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