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कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय महिला टीम ने पहली बार टेबल टेनिस में जीता गोल्ड, सिंगापुर को हराया

कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय महिला टीम ने पहली बार टेबल टेनिस में जीता गोल्ड, सिंगापुर को हराया

कॉमनवेल्थ खेलों के चौथे दिन भारत के लिए शानदार खबर आई। भारत की मनु भाकर , हिना सिद्धू, रवि कुमार , विकास...
उत्तराखंड की वादियों में

उत्तराखंड की वादियों में "सोलो बैंड" की धुन

उत्तराखंड के रामनगर में रहने वाले दीप रजवार अपने सोलो बैंड की वजह से सुर्खियों में हैं। वे बिना किसी की मदद लिए मुंह से माउथ ऑर्गन, हाथ से गिटार, पैरों से ड्रम बजाते हैं और इनकी धुन के साथ उनकी गायकी भी चलती रहती है। वे हर शाम कार्बेट पार्क के पास के होटलों में अपनी प्रतिभा से सैलानियों का दिल जीतते हैं।
आवाज-ए-पंजाब का नेतृत्‍व करेंगे नवजोत सिंह सिद्धू, अगले सप्‍ताह होगी घोषणा

आवाज-ए-पंजाब का नेतृत्‍व करेंगे नवजोत सिंह सिद्धू, अगले सप्‍ताह होगी घोषणा

क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब को एक नया राजनैतिक दल अगले सप्‍ताह देने जा रहे हैं। भाजपा से मुंह मोड़ने के बाद आप में शामिल होने की अटकलों के बीच सबकी नजरेंं तेज तर्रार नवजोत सिंह सिद्धू पर थी। और उन्‍होंने अपने फैसलों से हर बार की तरह बस बार भी चौंका दिया है। नवजोत पंजाब में नए राजनीतिक मोर्चे आवाज-ए-पंजाब का नेतृत्‍व करेंगे। पंजाब में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं।
15 अगस्‍त भी बीत गया पर सिद्धू ने कोई नया स्‍ट्रोक नहीं खेला

15 अगस्‍त भी बीत गया पर सिद्धू ने कोई नया स्‍ट्रोक नहीं खेला

क्रिकेटर से राजनेता बने भाजपा नेता नवजोत सिंह सिद्धू राज्‍यसभा से इस्‍तीफा देने के बाद 15 अगस्‍त को आम आदमी पार्टी में प्रवेश करने वाले थे। इसकी पुष्टि उनकी पत्‍नी नवजोत कौर ने भी की थी लेकिन आजादी का पर्व बीत गया पर नवजोत सिंह सिद्धू आप में शामिल नहीं हुए। सूत्राें के अनुसार उनकी आम आदमी पार्टी में ज्वाइनिंग टल गई है।
कीर्ति आजाद की पत्‍नी पूनम भाजपा को छोड़ आप में हो सकती हैं शामिल

कीर्ति आजाद की पत्‍नी पूनम भाजपा को छोड़ आप में हो सकती हैं शामिल

नवजोत सिंह सिद्दू के भाजपा छोड़ने के बाद पार्टी को एक और झटका लग सकता है। दिल्‍ली से भाजपा नेता और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद की पत्‍नी पूनम आजाद भी पार्टी छोड़ आप मेंं शामिल हो सकती हैं। पूनम आजाद ने खुद यह संकेत दिए हैं कि वो आप पार्टी का दामन थाम सकती है।
भाजपा के ये बरखुरदार ही मोदी को ललकार सके

भाजपा के ये बरखुरदार ही मोदी को ललकार सके

जीवन के सबसे सुनहरे दौर से गुजर रहे पीएम नरेंद्र मोदी को चुनौती देना आसान नहीं। प्रधानमंत्री बनने के बाद भाजपा की पहचान उन्‍हीं से होती है। मोदी और भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह आज सबसे ताकतवर हैं। आज इन्‍हीं के नाम पर भाजपा चुनाव लड़ती है। कामयाबी का श्रेय भी इन दोनों को मिलता है। दोनों के फैसलों पर शायद ही किसी के पास आवाज उठाने की कूबत है। केंद्र में मोदी सरकार को दो साल हो गए हैं। इस दौरान भाजपा के किसी नेता ने भी मोदी को चुनौती नहीं दी। लेकिन क्रिकेट और बॉलीवुड से आए नेताओं ने मोदी को तवज्‍जो नहीं दी है।
नेपाल में नए संविधान को लेकर हो रहे बवाल से भारत भी असंतुष्ट

नेपाल में नए संविधान को लेकर हो रहे बवाल से भारत भी असंतुष्ट

भारत में नेपाल के राजदूत दीप कुमार उपाध्याय ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत-नेपाल के रिश्तों में जो तल्खी आई है उसे एक बुरे सपने की तरह भूल जाना चाहिए। उपाध्याय के मुताबिक दोनों देशों के बीच जिस प्रकार के करीबी रिश्ते हैं उसकी तुलना किसी भी दूसरे देश के साथ नहीं की जा सकती। लेकिन इसके उलट नेपाल में नए संविधान का विरोध कर रहे सोशल रिपब्लिकन पार्टी के अध्यक्ष रामबाबू राय कहते हैं कि रिश्ते खराब करने की शुरूआत किसने की है, इस ओर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।
वीरेन का जाना, जीवंत वामपंथी प्रतिज्ञा को गहरा आघात

वीरेन का जाना, जीवंत वामपंथी प्रतिज्ञा को गहरा आघात

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिकी साम्राज्यवाद और राष्ट्रीय स्तर पर नरेंद्र मोदी-मार्का हिंदुत्ववादी फासीवाद के मौजूदा वर्चस्व के दौर में वीरेन डंगवाल (1948-2015) की कविता किसी आत्मीय, जीवंत, वामपंथी प्रतिज्ञा की तरह सामने आती है।
गाना नहीं छोड़ेंगी अनुष्का

गाना नहीं छोड़ेंगी अनुष्का

अदाकारा अनुष्का शर्मा ने अपने प्रशंसकों के लिए ऑस्कर विजेता गायिका एडीले के मशहूर गीत रोलिंग इन द डीप को अपने अंदाज में पेश किया। अनुष्का ने सांकेतिक रूप से यह भी लिखा कि थॉमस अल्वा एडिसन को भी बल्ब बनाने के लिए बहुत प्रयास करने पड़े थे।
मिठास सरहदों की मोहताज नहीं

मिठास सरहदों की मोहताज नहीं

दूध-खोए की बनी मिठाइयां सत्ता हठ के चलते सरहदों की मोहताज हो सकती हैं लेकिन रिश्तों की मिठास किसी लकीर और सरहद की मोहताज नहीं। राजनयिक संबंधों में तनातनी के चलते इस दफा बेशक सरहद पर दोनों देशों ने एक-दूसरे को मिठाइयां नहीं दीं लेकिन इस पार और उस पार के लोगों ने इस रवायत को कायम रखते हुए बता दिया कि दिलों के रिश्ते सरहदी कांटेदार तारों से नहीं काटे जा सकते।
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