दिल्ली पुलिस ने जासूसी के मामले में संलिप्त दो लोगों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इससे पहले पुलिस ने इन जासूसों के सरगना और पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी महमूद अख्तर को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी जिसके बाद इन्हें गिरफ्तार किया गया। भारत सरकार ने उक्त अधिकारी को अनधिकृत ठहराते हुए देश छोड़ने को कहा है।
डोनाल्ड ट्रंप के गुस्से का ताजा शिकार अमेरिका के एक रक्षा विशेषज्ञ हुए हैं। दरअसल, इराकी शहर मोसुल में लड़ाई के संबंध में ट्रंप के विश्लेषण पर विशेषज्ञ ने सवाल उठाए थे जिसके जवाब में ट्रंप ने उन्हें सैन्य रणनीति के पाठ पढ़ाने की पेशकश कर दी।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज कहा कि ब्राजीलियाई विमान निर्माता एम्ब्रेयर महज इसलिए भारतीय कानूनों से नहीं बच सकता है कि उसने भारत एवं तीन अन्य देशों को विमानों की बिक्री में भ्रष्टाचार को लेकर अमेरिकी अधिकारियों से एक करार कर रखा है।
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने साफ कहा है कि रक्षा सौदों की जानकारी लीक करने का जो अारोप उन पर लगा है अगर उसमें एक फीसदी भी सच्चाई उजागर हो गई तो वह राजनीतिक जीवन से संन्यास ले लेंगे। अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने खुलासा किया था कि नौसेना वार रूम लीक मामले के आरोपी अभिषेक वर्मा के पूर्व सहयोगी एडमंड ऐलन ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंंद्र मोदी को दो पत्र लिखे हैं। एक 25 अगस्त तथा दूसरा 16 सितंबर को लिखा गया है।
भारत और रूस ने मिसाइल प्रणालियों, जंगी जहाजों की खरीद और हेलीकॉप्टरों के संयुक्त उत्पादन सहित कई बड़े रक्षा सौदों पर आज हस्ताक्षर किए। इसके अलावा दोनों देशों ने कई सारे अहम क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करने पर फैसला किया और एकजुट होकर आतंकवाद की बुराई से लड़ने का संकल्प लिया।
लक्षित हमलों के श्रेय को लेकर हो रही राजनीति के बीच रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने बुधवार को कहा है कि संदेह जताने वाले लोगों समेत सभी भारतीय इस सर्जिकल अभियान का श्रेय ले सकते हैं जिसे अंजाम सैन्य बलों ने दिया है ना कि किसी राजनीतिक पार्टी ने।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर के अनुसार, भारत ने रक्षा खरीद में बढ़ोतरी की है। साथ ही, देश में बने आयुधों का निर्यात भी बढ़ा है। मौजूदा वित्त वर्ष में अगले तीन महीने में 50 हजार से 60 हजार करोड़ रपये के और रक्षा अनुबंधों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। इससे उनके कार्यभार संभालने के बाद इस क्षेत्र में जारी कुल आर्डर 3,000 अरब रुपए का हो जाएगा।
अमेरिका के रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर ने विवादित दक्षिण चीन सागर में बीजिंग द्वारा दबंगई दिखाए जाने की पृष्ठभूमि में कहा है कि ऐसा नहीं चल सकता कि चीन अपने फायदे के लिए कुछ सिद्धांतों को चुने और कुछ सिद्धांतों को छोड़ दे। कार्टर ने कहा कि अमेरिका को चीन की समुद्री गतिविधियों समेत हालिया गतिविधियों को लेकर गंभीर चिंताएं हैं। सिद्धांत हर देश पर समान रूप से लागू करने के लिए होते हैं।
लाइन ऑफ कंट्रोल से करीब 20 किलोमीटर भीतर उरी के सैन्य मुख्यालय में आतंकी हमला एक बहुत बड़ी आपरेशन भूल है। चार हथियार बंद आतंकियों ने सेना के चाक चौबंद मुख्यालय में 17 जवानों को मार डाला। यह हमारी सैन्य रणनीति की खामियों की ओर साफ इशारा करता है। तर्क दिया जा सकता हैै कि उरी ऊंचे पहाड़ों, जंगल और दरिया के बीच बसा है। इस वजह से वहां घुसपैठियों पर नजर रखना मुश्किल काम है। लेकिन आतंकियों की घुसपैठ पर गहनता से कोई नई रणनीति तो बनाई जा सकती है।