नेपाल में दो वर्ष पहले आए भूकंप के पश्चात माउंट एवरेस्ट की उंचाई को ले कर वैज्ञानिक समुदाय की ओर से व्यक्त की गई शंकाओं के समाधान के लिए भारतीय सर्वेक्षण विभाग माउंट एवरेस्ट की उंचाई दोबारा नापेगा।
इंडोनेशया में बुधवार आए शक्तिशाली भूकंप में मरने वालों की संख्या 97 हो गई क्योंकि ढही हुई इमारतों के मलबों से कई शव बाहर निकाले गये हैं। आसेह प्रांत के पीडी जाया जिले में 6.5 तीव्रता का भूकंप उस वक्त आया जब लोग फज्र की नमाज :सुबह की नमाज: की तैयारी कर रहे थे। यह इलाका मुस्लिम बहुल है।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि विश्व के करीब 60 लाख शरणार्थी बच्चों की आधी से भी कम संख्या स्कूल में पढ़ती है जिसका अर्थ यह हुआ कि वैश्विक औसत की तुलना में उनके शिक्षा प्राप्त करने की संभावना पांच गुना कम है।
मध्य इटली में बुधवार तड़के 6.2 तीव्रता का भूकंप का झटका आया। जिसके कारण 247 लोगों की मौत हो गई और पहाड़ पर स्थित दर्जनों गांव तबाह हो गए। भूकंप का केंद्र अंब्रिया के नोर्शिया शहर के पास था। प्रत्यक्षदर्शियों ने इतालवी मीडिया को बताया कि तेज झटकों के कारण इसके आसपास की कई इमारतें ढह गईं। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
पड़ोसी देश म्यांमार में बुधवार शाम को तेज भूकंप आया। इसका असर बंगाल, बिहार, असम, झारखंड समेत देश के 11 से ज्यादा राज्यों में भी देखा गया। जिससे लोग दहशत में आ गये। कोलकाता, पटना, रांची, गुवाहाटी में करीब 10 सेकंड तक झटके महसूस किए गए। म्यांमार में रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.7 थी।
यूरोप में संपत्ति सृजन घट रहा है। पिछले दस साल में वहां लोगों की औसत संपत्ति पांच प्रतिशत घटी है। न्यू वर्ल्ड वेल्थ के मुताबिक यूरोप में लोगों की औसत संपत्ति घटी है जबकि अन्य विकसित बाजारों में बढ़ी है।
भारत में एक दशक में खेतिहर मजदूरों समेत आर्थिक गतिविधियों की विभिन्न श्रेणियों में शामिल लोगों के विवाह की औसत आयु में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। जिसे सकारात्मक माना जा रहा है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि इस वर्ष कम मॉनसून की कोई संभावना नहीं है और 96 फीसदी गुंजाइश है कि इस साल सामान्य या अत्यधिक वर्षा होगी। यह खबर सूखे की मार झेल रहे किसानों और गर्मी से हलकान लोगों के लिए राहत देने वाली।
भारत समेत दुनियाभर के शोधकर्ताओं का मानना है कि जंगलों में चीतों की जो संख्या बताई जा रही है वह बस अनुमान मात्र है और आशंका है कि धरती पर सबसे तेज दौड़ने वाला यह स्तनपायी प्राणी लुप्त होने के कगार पर है।