एक ओर जहां केंद्र सरकार नोटबंदी और दूसरे तरीकों से भ्रष्टाचार पर काबू पाने के दावे कर रही है। वहीं, दूसरी ओर फोर्ब्स ने शुक्रवार को एक ऐसी सूची जारी की है, जिसमें भारत, एशिया सबसे भ्रष्ट देश है।
वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2016-17 के अंत तक जानबूझकर कर्ज न चुकाने वालों पर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का 92,376 करोड़ रुपये का बकाया था।