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न्यायाधीशों के नाम पर रिश्वत लिए जाने की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने संवैधानिक पीठ को भेजी

न्यायाधीशों के नाम पर रिश्वत लिए जाने की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने संवैधानिक पीठ को भेजी

सुप्रीम कोर्ट ने आज न्यायाधीशों के नाम पर रिश्वत लिए जाने की याचिका को पांच सीनियर जजों की संवैधानिक...
ट्रंप की हैट पहननी कनाडा के जज को पड़ी मंहगी, किया सस्पेंड

ट्रंप की हैट पहननी कनाडा के जज को पड़ी मंहगी, किया सस्पेंड

कनाडा के 69 वर्षीय जज अपने करियर की सबसे बड़ी गलती उस समय कर बैठे, जब वह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हैट पहनकर कोर्ट पहुंचे। इस घटना के बाद जज को 30 दिन तक के लिए बिना वेतन सस्पेंरड कर दिया गया।
निजता का अधिकार: जज बेटे ने बदला अपने पिता का फैसला तब हुई 90 साल के याचिकाकर्ता की जीत

निजता का अधिकार: जज बेटे ने बदला अपने पिता का फैसला तब हुई 90 साल के याचिकाकर्ता की जीत

प्राइवेसी को नागरिकों का मौलिक अधिकार माना गया, वहीं इस दौरान कुछ महत्वपूर्ण और रोचक आयाम भी सामने आए हैं।
वकील ने शब्बीर से कहा, ‘भारत माता की जय बोलो’, जज बोले, ‘ये टीवी स्टूडियो नहीं है’

वकील ने शब्बीर से कहा, ‘भारत माता की जय बोलो’, जज बोले, ‘ये टीवी स्टूडियो नहीं है’

दिल्ली की एक अदालत की घटना खूब सुर्खियां बंटोर रही है। दरअसल ईडी के वकील ने शब्बीर शाह से पूछा, ‘क्या आप भारत माता की जय बोल सकते हैं?’ तब कोर्ट ने वकील का विरोध करते हुए कहा कि अदालत की कार्यवाही को टीवी चैनल की बहस ना बनाएं।
नडाल ने जीता फ्रेंच ओपन खिताब, जानिए कौन सा रिकार्ड किया अपने नाम

नडाल ने जीता फ्रेंच ओपन खिताब, जानिए कौन सा रिकार्ड किया अपने नाम

राफेल नडाल ने रोलां गैरां पर शानदार प्रदर्शन करते हुए दसवीं बार फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट का पुरूष एकल खिताब जीत लिया। उन्होंने यहां स्विट्जरलैंड के स्टैन वावरिंका को एकतरफा फाइनल में आसानी से हराकर रिकार्ड जीत दर्ज की।
बयान के बाद अब सोशल मीडिया पर नाच रहा है जज साहब का 'ब्रह्मचारी मोर'

बयान के बाद अब सोशल मीडिया पर नाच रहा है जज साहब का 'ब्रह्मचारी मोर'

राजस्थान हाईकोर्ट के जज महेश चंद्र शर्मा के मोर और मोरनी वाले बयान को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर मजाक बनाया जा रहा है। जज ने गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने के पक्ष में तर्क देते हुए कहा था कि मोर आजीवन ब्रह्मचारी रहा है।
खांटी नेताओं के बजाय फ्रांस की जनता ने युवा मैक्रों पर क्यों किया भरोसा?

खांटी नेताओं के बजाय फ्रांस की जनता ने युवा मैक्रों पर क्यों किया भरोसा?

जब वैश्विक राजनीति में दक्षिणपंथी उभार का वक्त माना जा रहा हो ऐसे समय में फ्रांस के राष्ट्रपति के तौर पर इमैनुएल मैक्रों का चुना जाना लोगों को हतप्रभ कर रहा है। इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात एक ‘नौसिखिया युवा’ होकर खांटी नेताओं को पटखनी देना है। वे 39 साल की उम्र में फ्रांस की मुख्यधारा की वामपंथी और दक्षिणपंथी पार्टियों को हराकर सबसे युवा राष्ट्रपति बने हैं।
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