वेस्टइंडीज के खिलाफ चौथे वनडे में भारत की हार के बाद टीम पर कई सवाल उठने लगे हैं। खासकर महेंद्र सिंह धोनी की स्लो बेटिंग को लेकर उनकी काफी आलोचना हो रही है।
टीम इंडिया में कोच को लेकर चल रहे विवादों के बीच सुनील गावस्कर ने कहा है कि जब टीम के खिलाड़ी और कप्तान की पसंद से ही कोच चुना जाना है तो फिर सलाहकार समिति की क्या जरूरत।
भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले ने मंगलवार को कहा कि आस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा जीत ने साबित कर दिया है कि यह टीम अपनी सरजमीं के अलावा विदेशी धरती पर भी जीत दर्ज करने का माद्दा रखती है।
ऑस्ट्रेलिया पर टेस्ट श्रृंखला में मिली जीत की तारीफ करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा कि अब भारतीय टीम को विदेशी सरजमीं पर भी यह प्रदर्शन दोहराना चाहिये। गावस्कर ने कहा कि हर भारतीय क्रिकेटर विदेशी हालात में जीतना चाहता है क्योंकि इसका संतोष ही अलग होता है।
वेस्टइंडीज के तूफानी गेंदबाजों का दृढ़ता से सामना करने की पहचान बनाने वाले महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने 1993 में मुंबई हमलों के दौरान साहस दिखाते हुए एक परिवार को बचाया था। गावस्कर के बेटे रोहन ने कल रात मुंबई खेल पत्रकार संघ (एसजेएएम) के स्वर्ण जयंती लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से अपने पिता को सम्मानित किए जाने के दौरान यह घटना याद की।
वेस्टइंडीज के तेज आक्रमण को अपने बेहतरीन डिफेंस से प्रभावहीन करने के लिये मशहूर भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर की एक कमजोरी थी और वह थे पारले जी ग्लूकोज बिस्कुट।
अनिल कुंबले, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वी. वी. एस. लक्ष्मण जैसे पूर्व दिग्गज खिलाडिय़ों पर भी हितों के टकराव की गाज गिर सकती है क्योंकि ये सभी पूर्व खिलाड़ी किसी-न-किसी रूप में आईपीएल फ्रेंचाइजी टीमों के अनुबंध से जुड़े हैं या फिर कंपनियों के साथ इनका करार है। इस वजह से उनकी बीसीसीआई से जुड़ी जिम्मेदारियां प्रभावित हो सकती हैं।