लश्कर सरगना हाफिज सईद को आखिरकार पाकिस्तान ने आतंकवादी मान लिया है। पाकिस्तानी गृह मंत्रालय ने न्यायिक समीक्षा बोर्ड के समक्ष कहा है कि हाफिज सईद और उसके चार साथियों को जेहाद के नाम पर दहशत फैलाने के आरोप में नजरबंद किया गया था।
हाफिज सईद को हिरासत में लिए जाने से भारत प्रभावित नहीं है और उसने कहा है कि सईद के आतंकवादी संगठन समेत आतंकवादी संगठनों के खिलाफ भरोसेमंद कार्रवाई से ही पाकिस्तान की गंभीरता साबित होगी क्योंकि 26 नवंबर के मुम्बई हमले के सूत्रधार के खिलाफ पहले भी इस तरह की कार्रवाई की जा चुकी है।
जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों के हाथों मारे गए हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी के पाक आतंकी हाफिज सईद के साथ ताल्लुकात थे। वानी ने अपने एनकाउंटर से पहले जमात उद दावा और लश्कर ए तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद से बात की थी। एक न्यूज चैनल ने अपनी खबर में दावा किया है कि इस दौरान उसने लश्कर से मिलकर भारत को बर्बाद करने की योजनाओं पर मिलकर काम करने की अपील की थी। सईद से हुई बातचीत में वह कहता है कि हम अपने मकसद में कामयाब हो रहे हैं। भारतीय फौज को करारा जवाब भी दे रहे हैं।
आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री न सिर्फ दुनिया भर में बल्कि खुद अपने ही देश में घिरते जा रहे हैं। आतंकवाद के खिलाफ कड़ा कदम न उठाने और उसे संरक्षण देने का आरोप झेल रही पाकिस्तानी सरकार से सत्तारूढ़ पार्टी के ही एक सांसद ने सवाल पूछा, आखिर हाफिज सईद ऐसे कौन से अंडे देता है जिसकी वजह से हमने उसे पाल रखा है।
पाकिस्तान के प्रतिबंधित जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद ने कहा कि उसका संगठन देश में मंदिरों एवं गैर-मुस्लिमों के अन्य पवित्र स्थानों का विध्वंस नहीं होने देगा।