इरफान खान को भले ही उनकी बहुमुखी प्रतिभा के लिए जाना जाता हो लेकिन अभिनेता को अफसोस है कि निर्देशक उन्हें विविध भूमिकाओं में नहीं देखना चाहते हैं और वह फिल्म जगत द्वारा बनायी गयी एक खास छवि में कैद हैं।
कई बेहतरीन अंतरराष्ट्रीय फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता इरफान खान को कभी भी दमदार किरदारों की कमी नहीं रही है। उनका कहना है कि वह दुनियाभर में अच्छी कहानियों का पीछा करते रहेंगे।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के दो साल पूरे होने पर इसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना ने सरकार को कई मुद्दों पर आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि यह सरकार महंगाई को लगाम लगाने, सीमा पार से आतंकवाद को रोकने और इस दौरान शुरू की गई योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने में विफल रही है।
इरफान खान भी अभिनय के ऐसे मुकाम पर पहुंच चुके हैं जहां दूसरे कलाकार उनके साथ काम करना पसंद करते हैं। लेकिन जब कंगना ने इरफान के साथ काम करने की एक वजह बताई तो इरफान ने कंगना को बहुत खूबसूरती से जवाब दे दिया।
यकीन ही नहीं होता कि विलियम शेक्सपियर को गुजरे 400 साल हो चुके हैं। आज भी यह अंग्रेजी का महान साहित्कार लोगों के बीच उतना ही लोकप्रिय है। उनकी 400वीं पुण्यतिथि पर लोकप्रिय सर्च इंजन गूगल ने उनकी याद में समर्पित एक डूडल बनाया है।
कहने को तो यह एक उत्पाद का प्रचार है। लेकिन यदि इसी बहाने महिलाओं का कुछ भला हो जाए तो क्या बुरा है। विज्ञापन की दुनिया भावनाओं पर चलती है, लेकिन इस भावना में कुछ बात है।
पीकू और लंच बॉक्स जैसी फिल्मों में दो बिलकुल विपरीत भूमिका कर चुके इरफान के नए प्रशंसकों में बांग्लादेश के नामी निर्देशक मुस्तफा सरवर फारूकी का नाम भी जुड़ गया है। इस फिल्म के आने से यह भी साबित होगा कि बांग्लादेश में बॉलीवुड या इसके कलाकारों का विरोध नहीं होता है।