अगर पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो रोहतक गैंगरेप मामले की पीड़िता की जान व इज्जत को बचाया जा सकता था। परिजनों ने पुलिस को एक महीने पहले शिकायत की थी लेकिन पुलिस ने समय रहते कदम नहीं उठाया।
बसपा से निष्कासित नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बसपा अध्यक्ष मायावती के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मायावती पर उनसे 50 करोड़ रुपये मांगने और मुस्लिम समुदाय के लिए अपशब्द इस्तेमाल करने के आरोप लगाए थे, जिनका मायावती ने तुरंत जबाव दिया है।
कांग्रेस ने भाजपा पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने कहा कि मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) के कृषि आय पर टैक्स लगाने की वकालत करने के साथ ही इस मामले पर भाजपा का पर्दाफाश हो गया है।
भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाकर मुश्किल में फंसे अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अब लोग खुलकर बोल रहे हैं। ऐसे ही खुलकर बोलते समय भाजपा के एक विधायक मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ गए। उन्होंने न केवल केजरीवाल के माता-पिता के बारे में गंदी बात कही, बल्कि उनके लिए अपशब्द भी बोले। हालांकि भाजपा आलाकमान ने विधायक समेत ऐसे सभी नेताओं को सख्त हिदायत दी है, जो केजरीवाल के खिलाफ ऐसे शब्द बोल रहे थे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि संघ की समान नागरिक संहिता की मांग दरअसल एक आड़ है जिसके पीछे संघ की मंशा महिलाओं के अधिकारों को लेकर हिंदू पर्सनल लॉ और अपनी विचारधारा थोपना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वालेे उद्योगपति गौतम अडानी ने साफ कहा है कि कांग्रेस नेता जयराम रमेश अडानी ग्रुप का हवाला देकर छत्तीसगढ़ मेंं जिस माइनिंग प्रोजेक्ट की बात कर रहे हैं उसकी मंजूरी खुद उन्होंने दी थी। शासन में पर्यावरण मंत्री के रूप में पद छोड़ने से पहले यह उनका आखिरी एग्जिक्यूटिव ऑर्डर था।
सुब्रह्मण्यन स्वामी के लगातार आरोपों से अब भाजपा के भी कुछ नेता परेशान हो गए हैं। उन्होंने मांग की है कि स्वामी को बेकार के बयान देने से रोका जाए। इनकी राय है कि स्वामी के आरोपों से सरकार की छवि को नुकसान पहुंच रहा है। उसके कामकाज पर भी असर पड़ रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं स्वामी को अब पार्टी चुप रहने की हिदायत दे सकती हैं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के निकटस्थ रणनीतिकार और सांसद जयराम रमेश ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के चार टुकड़े जल्द से जल्द होने चाहिए। उत्तर प्रदेश में चुनाव के पहले जयराम की इस मांग पर प्रदेश में अलग अलग राय और विवाद रहे हैं।