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जाधव पर भारत ने विरोध जताया, पाक उच्‍चायुक्‍त को किया तलब

जाधव पर भारत ने विरोध जताया, पाक उच्‍चायुक्‍त को किया तलब

भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को रॉ एजेंट बताकर पाकिस्तान में मौत की सजा सुनाने पर भारत ने विरोध व्‍यक्‍त किया है। विदेश सचिव एस जयशंकर ने सोमवार को पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब किया और इस बारे में अपना विरोध पत्र सौंपा।
जाधव ने हमें कोई मौका नहीं दिया : मोर्गन

जाधव ने हमें कोई मौका नहीं दिया : मोर्गन

इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने आज कहा कि उनकी टीम ने पहले वनडे में भारत को दबाव की स्थिति से निकलने का मौका दे दिया लेकिन कहा कि युवा केदार जाधव की बेहतरीन पारी से उनकी योजनाओं पर पानी फेर दिया।
यह विशेष जीत, जाधव की पारी बेजोड़ : कोहली

यह विशेष जीत, जाधव की पारी बेजोड़ : कोहली

भारतीय कप्तान विराट कोहली ने पहले एकदिवसीय मैच में इंग्लैंड के विशाल लक्ष्य को हासिल कर दर्ज की गयी जीत को विशेष करार देते हुए केदार जाधव की बेजोड़ शतकीय पारी के लिये जमकर तारीफ की। भारत के सामने 351 रन का लक्ष्य था लेकिन कोहली के 122 और जाधव की 120 रन की पारी तथा अंतिम क्षणों में हार्दिक पंड्या के 40 रन की मदद से वह यह मैच तीन विकेट से जीतने में सफल रहा।
आखिरी टी20 मैच जीतकर भारत ने श्रृंखला अपने नाम किया

आखिरी टी20 मैच जीतकर भारत ने श्रृंखला अपने नाम किया

भारत ने हरारे में बुधवार को बेहद उतार-चढ़ाव वाले तीसरे और निर्णायक टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में जिम्बाब्वे को तीन रन से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला 2-। से जीत ली।
मदन कश्यप को केदार सम्मान

मदन कश्यप को केदार सम्मान

सन 2015 के लिए समकालीन हिन्दी कविता का चर्चित केदार सम्मान इस साल वरिष्ठ कवि मदन कश्यप को दिया गया। प्रख्यात आलोचक प्रो. मैनेजर पाण्डेय ने कहा, मदन कश्यप मूलगामी काव्य दृष्टि के कवि हैं। मूलगामी दृष्टि वह है जो अपने समय के मनुष्य और समाज के भाव-कुभाव और स्वाभाव को जानती हो, दोनों के छल-छद्म, आतंक और क्रूरता को पहचानती हो और उन सबसे मुक्ति की राह बनाती हो।
व्यवस्था की विकलांगता ही चुनौतीः केदार

व्यवस्था की विकलांगता ही चुनौतीः केदार

जब वह मेरे दफ्तर मिलने के लिए आए तो अचानक ही लगा कि मेरा दफ्तर भी विकलांग व्यक्ति के लिए कितना असुविधाजनक है। वह हथेलियों में हवाई चप्पल पहने हुए पूरी सहजता और जबर्दस्त आत्मविश्वास के साथ दफ्तर में आ चुके थे। तकरीबन लपकते हुए वह कुर्सी की ओर बढ़े।
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