अमेरिकी विदेश विभाग ने दुनिया में आतंकवाद के बारे में अपनी अहम रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के अनुसार, साल 2016 में सबसे ज्यादा आतंकी हमलों का सामना करने वाले देशों की सूची में भारत तीसरे स्थान पर है। रिपोर्ट में माओवाद का तीसरा सबसे बड़ा आतंकी खतरा बताया गया है।
कश्मीरी युवक फारुक अहमद डार को सेना की जीप से बांधकर घुमाने की घटना 9 अप्रैल, 2017 की बताई गई है। सेना के मुताबिक भीड़ से सुरक्षाबलों को बचाने के लिए मेजर गोगोई ने प्रदर्शनकारियों में शामिल कश्मीरी युवक को जीप से बांधकर घुमाया था। इसके लिए सेना ने मेजर गोगोई का समर्थन और सम्मान भी किया था।
दुनिया में सबसे ज्यादा फर्टिलाइजर का उत्पादन करने वाले इफको ने अपनी बीमा कंपनी इफको-टोकियो इंश्योरेंस में से 21.64 फीसदी हिस्सेदारी बेच दी है। उसने यह हिस्सेदारी अपनी इंश्योरेंस सहयोगी कंपनी टोकियो मरीन एसिया को दी। इसके जरिए कंपनी ने 2530 करोड़ रुपये जुटाये हैं जिसको वो अपने कृषि बिजनेस पर खर्च करेगी।
राजस्थान के बालेसर में एयरफोर्स का एमआईजी-23 एयरक्राफ्ट विमान क्रैश हो गया। तीन दिन के भीतर यह दूसरी बड़ी हवाई दुर्घटना है। मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश में इंडियन एयरफोर्स का हेलिकॉप्टर भी दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस तरह सैन्य विमानों का दुर्घटनाग्रस्त होना भारत के लिए चिंता का सबब है।
ईरान की संसद और दक्षिणी तेहरान में खुमैनी के मकबरे पर हुए दो अलग-अलग हमलों में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि घायलों की संख्होया बढ़कर 42 हो गई है। मरने वालों में एक महिला आत्मघाती हमलावर भी शामिल है। इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस ने ली है।
कश्मीर में युवक को जीप से बांधकर घुमाने वाले मेजर लिथुल गोगोई ने कहा है कि अगर ऐसा न किया होता तो कश्मीर में उस दिन कई लोगों की जानें जा सकती थी। सेना ने हाल ही में मेजर लिथुल गोगोई को सम्मानित किया है।
ट्रंप प्रशासन ने चीन को मुद्रा में फेरबदल करने वाले देश के रूप में चिन्हित करने से आधिकारिक तौर पर इनकार कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए एक अन्य बड़ा यू-टर्न है क्योंकि अपने प्रचार अभियान के दौरान ट्रंप ने बार-बार संकल्प लिया था कि पदभार संभालने के बाद वह जल्दी ही इस दिशा में कदम उठाएंगे।
उथल पुथल के इस दौर में लगता है राजनीति की तरह बाजार में भी महागठबंधन का युग आ गया है। जिस तरह करिश्माई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शिकस्त देने के लिए बाकी पार्टिया आपसी दुश्मनी को तिलांजलि देकर गठबंधन करने को मजबूर हो रही हैं, उसी तरह भारतीय टेलीकॉम उद्योग बाजार में मुंकेश अंबानी के जियो के लगातार बढ़ते प्रभाव को टक्कर देने के लिए दो टेलीकॉम दिग्गजों वोडाफोन और आदित्य बिड़ला ग्रुप के आइडिया सेल्युलर ने महागठबंधन का सहारा लिया है। मजे की बात है अब तक जिनके खिलाफ गठबंधन को आजमाने की कोशिशें शुरु हुई हैं वे दोनों, मोदी और मुकेश अंबानी, गुजरात के हैं।