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चैपल की सिफारिश जैसी गलती नहीं करूंगा : गांगुली

चैपल की सिफारिश जैसी गलती नहीं करूंगा : गांगुली

सौरव गांगुली के पास भारत के अगले मुख्य कोच के चयन की जिम्मेदारी है और इस पूर्व कप्तान ने कहा कि उन्होंने 2005 में ग्रेग चैपल के नाम की सिफारिश करके जिस तरह की गलती की थी इस बार ऐसा कुछ नहीं करेंगे।
भारतीय ड्रेसिंग रूम के किस्से बयां करेगी गांगुली की किताब

भारतीय ड्रेसिंग रूम के किस्से बयां करेगी गांगुली की किताब

जब वह क्रीज पर होते थे तो ऑफ साइड में अपने करारे शाट से दर्शकों को रोमांचित करने में कोई कसर नहीं छोड़ते थे और अब आप भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक सौरव गांगुली से लेखक के रूप में इसी तरह के रोमांच की उम्मीद कर सकते हैं जिनकी भारतीय ड्रेसिंग रूम में अपने समय पर आधारित एक किताब जल्द ही पाठकों के हाथ में होगी।
पूर्व आईपीएस की किताब में दावा, औरंगजेब ने तोड़ा था अयोध्या में राम मंदिर

पूर्व आईपीएस की किताब में दावा, औरंगजेब ने तोड़ा था अयोध्या में राम मंदिर

उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अयोध्या मुद्दा जहां फिर सुर्खियों में है, वहीं एक पूर्व आईपीएस अधिकारी द्वारा लिखी गई किताब में दावा किया गया है कि अयोध्या में राम मंदिर बाबर के शासनकाल के दौरान नहीं, बल्कि औरंगजेब के शासनकाल में तोड़ा गया था।
माहे रमजान: दिल के रोगी क्या करें, क्या नहीं

माहे रमजान: दिल के रोगी क्या करें, क्या नहीं

इस्लामिक कैलेंडर के पवित्र महीने रमजान की शुरुआत होने वाली है। इस माह में मुस्लिम धर्म के लोग रोजे रखते हैं। रोजे के दौरान पूरे दिन भर कुछ भी नहीं खाया और पिया जाता है। ऐसे में दिल की बीमारी से जूझ रहे लोगों को रोजे रखने की वजह से परेशानी हो सकती है। इस बारे में भारत के प्रमुख ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. उपेंद्र कौल ने ऐसे मरीजों को इस महीने में बहुत अधिक सावधानी बरतने की सलाह दी है।
बॉलीवुड पर किताब लिखना चाहते हैं नसीरूद्दीन शाह

बॉलीवुड पर किताब लिखना चाहते हैं नसीरूद्दीन शाह

एक कलाकार रचनाशील होता है। हमेशा कुछ नया और हटकर करने की उसमें ललक होती है। ऐसी ही कुछ ख्वाहिश अभिनेता नसीरूद्दीन शाह की भी है। शाह बॉलीवुड पर एक किताब लिखना चाहते हैं। इससे पहले अपनी जिंदगी के शुरुआती 32 सालों का संस्मरण लिख चुके अभिनेता का बॉलीवुड पर एक संपूर्ण पुस्तक लाने का इरादा है।
फिल्म समीक्षा : द जंगलबुक

फिल्म समीक्षा : द जंगलबुक

नब्बे के दशक के बच्चों के मन में रुडयार्ड किपलिंग की द जंगलबुक की यादें चिरस्थायी हैं। निर्देशक जॉन फेवरियू ने इस चिरकालिक स्मृति को भव्य तरीके से फिल्म के रूप में पेश किया है।
समीक्षा - ये ‘गंगाजल’ प्रकाश झा का है

समीक्षा - ये ‘गंगाजल’ प्रकाश झा का है

अपनी पुरानी फिल्म को झाड़-पोंछ कर दर्शकों के लिए फिर नया और देखने लायक कैसे बनाया जाता है यह तो प्रकाश झा से सीखा ही जाना चाहिए। शायद यही कारण है कि अपनी सफल फिल्म गंगाजल को झा ने जय गंगाजल नाम से फिर बना दिया।
खिड़कियां थिएटर उत्सव

खिड़कियां थिएटर उत्सव

मुंबई में खिड़कियां थिएटर उत्सव की धूम रहती है। रंगमंच के कलाकारों के साथ बॉलीवुड के सितारे में इसमें शामिल होना गर्व समझते हैं।
खुल गए पुस्तक मेले के दरवाजे

खुल गए पुस्तक मेले के दरवाजे

सबसे ज्यादा प्रतीक्षित कार्यक्रम का अवॉर्ड यदि पुस्तक मेले के नाम किया जाए तो भी गलत नहीं होगा। किसी भी पर्व-त्योहार से ज्यादा इस मेले को लेकर उल्लास रहता है। हर साल दिल्ली के प्रगति मैदान में लाखों की संख्या में पुस्तक प्रेमी जुटते हैं।
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