किसान आंदोलन को लेकर जिस समय भोपाल में सीएम शिवराज सिंह चौहान उपवास शुरू करने जा रहे थे तभी आप नेता कुमार विश्वास ने ट्वीट कर कहा कि ‘जो धान की कीमत दे न सका, वो जान की कीमत क्या जाने?’
अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो मध्यप्रदेश की तरह यूपी में भी आलू की खेती करने वाले व गन्ना किसानों का गुस्सा फूट सकता है। किसान संगठनों ने इसके लिए चेतावनी दी है।
मध्य प्रदेश के मंदसौर में फायरिंग में 6 किसानों की मौत के बाद लोगों का आक्रोश उबाल पर है। इस बीच मंदसौर के डीएम और एसपी का तबादला कर दिया गया। वहीं कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। प्रशासन से हेलिकॉप्टर लैडिंग की अनुमति नहीं मिलने की वजह से वे पहले उदयपुर एयरपोर्ट पहुंचे और फिर वहां से सड़क के रास्ते मोटरसाइकिल से मध्य प्रदेश जा रहे हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की परेशानी अब और बढ़ती जा रही है। मंदसौर में भड़की किसान आंदोलन की आग से अब पूरे राज्य को अपने आगोश में ले रही है। कर्फ्यू के बाद भी हालात पर काबू नहीं पाया जा सका है।
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में पिछले आठ दिनों से किसान सड़कों पर है। अपनी मेहनत की उपज सड़कों पर फेंक रहा है। पुलिस की गोलियां खा रहा है। लेकिन देश के कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह योग में व्यस्त हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप्पी साधे हुए हैं।
मध्यप्रदेश-राजस्थान बॉर्डर पर राहुल गांधी ने मंदसौर गोलीकांड में मारे गए किसानों के परिजनों से मुलाकात की। जैसे ही राहुल गांधी वहां पहुंचे किसानों के परिजन उनके गले मिलकर रोने लगे। इसके बाद राहुल भी काफी भावुक नजर आए।
जनता दल (यू) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद शरद यादव ने शिवराज सरकार को घेरते हुए कहा कि मंगलवार को मंदसौर में नरसंहार किया गया है। इस नरसंहार में किसानों की काफी जानें गई हैं, लेकिन सरकार छिपा रही है।