यूपी विधानसभा में करारी हार झेल रही बसपा सुप्रीमो मायावती को आगामी दिनों में और झटके लग सकते हैं। मीडिया में खबर है कि लोकसभा और विधानसभा में पार्टी को मिली हार से खिजियाए कुछ असंतुष्ट नेता 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के मौके पर एक अलग राजनीतिक मंच बना सकते हैं।
उथल पुथल के इस दौर में लगता है राजनीति की तरह बाजार में भी महागठबंधन का युग आ गया है। जिस तरह करिश्माई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शिकस्त देने के लिए बाकी पार्टिया आपसी दुश्मनी को तिलांजलि देकर गठबंधन करने को मजबूर हो रही हैं, उसी तरह भारतीय टेलीकॉम उद्योग बाजार में मुंकेश अंबानी के जियो के लगातार बढ़ते प्रभाव को टक्कर देने के लिए दो टेलीकॉम दिग्गजों वोडाफोन और आदित्य बिड़ला ग्रुप के आइडिया सेल्युलर ने महागठबंधन का सहारा लिया है। मजे की बात है अब तक जिनके खिलाफ गठबंधन को आजमाने की कोशिशें शुरु हुई हैं वे दोनों, मोदी और मुकेश अंबानी, गुजरात के हैं।
बसपा नेता मायावती ने भाजपा को दोबारा चुनौती दी कि अगर उसे उत्तर प्रदेश में जनता से जनादेश प्राप्त करने का पूरा भरोसा है तो वह राज्य में मतपत्रों का उपयोग करते हुए विधानसभा चुनाव कराए। साथ ही बसपा प्रमुख ने चुनावों में ईवीएम का उपयोग खत्म करने के लिए एक कानून बनाए जाने की मांग भी की।
ईवीएम में छेड़छाड़ करने के बसपा सुप्रीमो मायावती के आरोपों पर पलटवार करते हुए भाजपा ने उनसे गरिमापूर्ण ढंग से जनादेश को स्वीकार करने को कहा और जोर देते हुए कहा कि ईवीएम में दोष नहीं है, दोष आपके भीतर है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में करारी हार मिलने के बाद बसपा ने ईवीएम के साथ छेड़छाड़ किए जाने का आरोप लगाया जिसके बाद समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इस संबंध में जांच की मांग की लेकिन चुनाव आयोग ने कहा कि इस आरोप का कोई आधार नहीं है।
बसपा मुखिया मायावती पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में पिछले साल भाजपा से निकाले गये पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के तत्कालीन उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह का निष्कासन खत्म कर दिया गया।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आड़े हाथ लेते हुए आरोप लगाया कि वह अमेरिका में भारतीय मूल के लोगों की हत्याओं से बेपरवाह हैं।
बसपा मुखिया मायावती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जनता से बोनस वोट मांग रहे मोदी का भाजपा को बहुमत मिलने का दावा हवा-हवाई है।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में मुसलमानों से लगातार वोट की अपील कर रही बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को कहा कि राज्य में सपा के लगभग पांच साल और केन्द्र में भाजपा के पौने तीन वर्ष के कार्यकाल के दौरान दोनों की गलत नीतियों से प्रदेश की 22 करोड़ जनता नाराज है।