जदयू-राजद के बीच बढ़ रही दरार को कम करने की कोशिशें तेज है। वहीं रविवार को जदयू विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। इसके पहले शरद यादव ने सोनिया गांधी से मुलाकात की है।
जनता दल (यू) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद शरद यादव ने शिवराज सरकार को घेरते हुए कहा कि मंगलवार को मंदसौर में नरसंहार किया गया है। इस नरसंहार में किसानों की काफी जानें गई हैं, लेकिन सरकार छिपा रही है।
राष्ट्रपति चुनाव की घोषणा से पहले सभी सियासी दल अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। एक तरफ जहां कांग्रेस समेत केन्द्र के अन्य विपक्षी दल एक होने की कवायद कर रही है, वहीं शिवसेना ने एनसीपी नेता शरद पवार को राष्ट्रपति बनाने की मांग की है।
महाराष्ट्र विधानसभा में गत सप्ताह बजट पेश किये जाने के दौरान हंगामा करने के कारण विपक्षी दल कांग्रेस और राकांपा के 19 विधायकों को सदन से नौ महीने के लिए आज निलंबित कर दिया गया।
देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण के लिए इस साल चुने गए सात लोगों में शामिल एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपना पुरस्कार किसानों को समर्पित करते हुए कहा कि उनके 50 साल से ज्यादा लंबे राजनीतिक करियर के दौरान कृषि क्षेत्र में किए गए कामों को देश ने मान्यता दी है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता शरद पवार और भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी को इस साल देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से नवाजा जाएगा। पवार की पार्टी एनसीपी को कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करप्ट पार्टी कहा था।
वोट और लड़कियों को लेकर दिए गए बयान पर शरद यादव ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि मैंने कोई गलत बयान नहीं दिया है, वोट और बेटी के प्रति प्यार और इज्जत एक सा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जैसा बेटी से प्यार करते हैं वैसे ही वोट से भी प्यार कीजिए, तभी देश और सरकार अच्छी बनेगी। शरद यादव के बयान पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने उन्हें नोटिस भेज जवाब मांगा है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी :राकांपा: ने नोटबंदी की 50 दिनों की मियाद पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दिए गए देश के नाम संबोधन को धोखा करार देते हुए मंगलवार को कहा कि वह केंद्र सरकार के इस कदम से हुए नुकसान से जनता को अवगत कराने के लिए नौ जनवरी से राष्ट्रव्यापी आंदोलन करेगी।
नोटबंदी पर विपक्षी दलों की एकता को कायम रखने की कांग्रेस की कोशिशों को झटका लगा है। विपक्षी दलों की 27 दिसंबर को बैठक के बाद अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए भेजे गए निमंत्रण पर वामदलों व नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड ने असमर्थता जताई। शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने भी इसमें भाग लेने से इनकार किया है।