एक पाकिस्तानी कॉमेडी शो में पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर जज बनकर आए। शो के दौरान शूट किए गए इस वीडियो में शोएब एक महिला की तरह भरपूर मेकअप में नजर आ रहे हैं।
पटना के गांधी मैदान में सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती का मिलन तय नजर आ रहा है। भाजपा से मुकाबला करने के लिए राजद प्रमुख समान सोच रखने वाले दलों को एक जगह लाने के लिए मंच सजा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में सरेराह बढ़ रही बलात्कार,छेड़छाड़ की घटना अब सड़क से होकर ट्रेन तक पहुंच गई है। लखनऊ से चंडीगढ़ जा रही एक ट्रेन में बलात्कार की घटना सामने आई है। एक जीआरपी के जवान द्वारा कथित रेप को अंजाम दिया गया।
भारतीय रेलवे की पहली तेज गति वाली शानदार ट्रेन ‘तेजस एक्सप्रेस’ की सेवाएं आज से शुरु हो जाएंगी। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल, क्रिकेट के महान दिग्गज सचिन तेंदुलकर और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ‘तेजस एक्सप्रेस’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
उच्चतम न्यायालय ने साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन में वर्ष 2000 में हुये विस्फोट की योजना बनाने के आरोप में 2001 से जेल में बंद हिजबुल मुजाहिदीन के कथित कार्यकर्ता अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व शोध छात्र गुलजार अहमद वानी को मंगलवार को जमानत दे दी।
यूपी में सरकार बदलते ही इसका असर भी दिखाई देने लगा है। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने यमुना एक्सप्रेस-वे पर बनने वाले छह बिल्डरों के 17 प्रोजेक्टों को रद्द कर दिया है। इनमें गौर सन्स, अजनारा, जेपी ग्रुप और ओरिस इंफ्रा जैसे बिल्डर्स के प्रोजेक्ट शामिल हैं। इससे खासी संख्या में निवेशकों में घबराहट और आशंका पैदा हो गई है।
पटना के दीघा थाना क्षेत्र में आयोजित एक यज्ञ कार्यक्रम के दौरान राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव मंच टूटने से चोटिल हो गए हैं। शुक्रवार को घटित हुई इस घटना के बाद लालू यादव को इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीएमएस) में भर्ती कराया गया।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के क्षेत्र नागपुर में खराब कानून व्यवस्था का आरोप लगाते हुए शिवसेना ने भाजपा पर जबरदस्त निशाना साधा और कहा कि शहर को निश्चित रूप से भाजपा की पकड़ से बचाना होगा। लिहाजा पार्टी ने हैरानी जतायी कि शहर दुनिया की आपराधिक राजधानी बनने की दिशा में अग्रसर है।
फिल्मों को कला के साथ-साथ संप्रेषण के माध्यम के तौर देखे जाने के प्रति दर्शकों की स्वीकार्यता ने हाल के बरसों में ढेरों फिल्म-समारोहों को भी जन्म दिया है। यही कारण है कि पिछले कुछ सालों में भारत के विभिन्न शहरों में किस्म-किस्म के फिल्मोत्सवों की शुरूआत हुई है जिनमें से काफी सारे समारोह खासा नाम भी कमा चुके हैं।