एक तरफ जहां विपक्ष की राष्ट्रपति उम्मीदवार मीरा कुमार ने गुजरात से अपना चुनाव प्रचार शुरू किया है, तो वहीं दूसरी तरफ एनडीए की तरफ से रामनाथ कोविंद ने यूपी से अपना चुनाव प्रचार करना शुरू किया है।
ग्वालियर, मध्यप्रदेश के रहने वाले एक ‘चाय वाले’ की निगाहें राष्ट्रपति पद पर लगी हैं। इन जनाब का कहना है कि जब एक चाय बेचेने वाला देश का प्रधानमंत्री बन सकता है तो राष्ट्रपति क्यों नहीं।
भाजपा के राष्ट्रपति पद के लिए दलित कार्ड खेलने के बाद विपक्षी दलों ने अपना रूख साफ करना शुरू कर दिया है। बसपा का कहना है कि अगर कोई दलित उम्मीदवार मैदान में नहीं आता है तो वह रामनाथ कोविंद का समर्थन कर सकती है।
बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है। बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद एनडीए के उम्मीदवार होंगे।