रक्षामंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद चौथी बार गोवा के मुख्यमंत्री बने भाजपा नेता मनोहर पर्रिकर ने गोवा विधानसभा में विश्वासमत जीत लिया है। पर्रिकर सरकार ने 40 सदस्यीय सदन में 22-16 के अंतर से विश्वास मत जीता।
भाजपा नेता मनोहर पर्रिकर ने मंगलवार शाम गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में चौथी बार शपथ ली। राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
मनोहर पर्रिकर की गोवा वापसी का रास्ता साफ हो गया है। उनके गोवा जाने के बाद नए रक्षा मंत्री की नियुक्ति पर कवायद होने लगी है। यदि गोवा में स्पष्ट बहुमत आता तो बात और थी। लेकिन जोड़ तोड़ के लिए विधायकों के आने की शर्त इस पर है कि पर्रिकर यदि मुख्यमंत्री की कमान संभाले तो वे साथ आएंगे। ऐसे में कई हथियार सौदे और रक्षा खरीद की प्रक्रिया को सरल बनाने वाले रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की जगह कौन लेगा।
कानपुर से भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी सांसद है। यहां भी पार्टी ने विधानसभा चुनावों में परचम लहराया है। यहां की कुल 10 विधानसभा सीटों में सात सीटों पर भाजपा ने परचम लहराया। वहीं दो सीटें सपा के खाते में आई, जबकि कांग्रेस को एक सीट से संतोष करना पड़ा।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ वित्तमंत्री अरूण जेटली की ओर से दायर मानहानि के मामले की दिल्ली उच्च न्यायालय में सुनवाई मंगलवार को भी जारी रही। इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठमलानी ने लगातार दूसरे दिन जेटली से जिरह की।
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना यादव ने मंगलवार को कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अलग होने की बात उन्होंने कभी नहीं सोची थी लेकिन उन्हें लगता है कि अखिलेश को किसी ने गुमराह किया है।
विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगडि़या ने दावा किया कि राम मंदिर निर्माण का निर्णय एक सप्ताह में लिया जा सकता है। यह पूछे जाने पर कि केन्द्र सरकार के उदासीन रवैये को देखते हुए क्या विहिप राम मंदिर मामले में कदम उठाएगी, तोगडि़या ने कहा, करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी का मानना है कि भाजपा को ज्वाइन करना उनके जीवन की सबसे बड़ी ट्रेजेडी है। अधिवक्ता ने कहा कि मैं पार्टी का फाउंडर मेंबर और पहला ऑल इंडिया वाइस प्रेसिडेंट भी रहा हूं।
मशहूर वकील और राज्यसभा सांसद राम जेठमलानी ने अखिलेश यादव को उत्तरप्रदेश में मुख्यमंत्री पद का सबसे बेहतर उम्मीदवार बताते हुए शुक्रवार को भोपाल में दावा किया कि विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल कर अखिलेश फिर से सरकार बनायेंगे।