भारत के टेस्ट कप्तान के तौर पर लगातार 18 मैच जीतने के बावजूद विराट कोहली को वर्ष की आईसीसी टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली है जबकि उन्हें आल स्टार वनडे टीम का कप्तान चुना गया है जिसमें रोहित शर्मा और रविंद्र जडेजा जैसे सितारे भी शामिल है।
भारतीय क्रिकेट टीम के लिये शानदार वर्ष का अंत सकारात्मक रूप से करते हुए स्टार आल राउंडर रविंद्र जडेजा ने आज वादा किया कि वे 2017 में विदेश में खराब प्रदर्शन करने वाली टीम का टैग हटाने की कोशिश करेंगे।
अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर नोटबंदी को लेकर निशाना साधा है। भाजपा के सहयोगी संगठन ने पीएम मोदी पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगाया है। महासभा के वरिष्ठ सदस्यों ने कहा है कि नोटबंदी का फैसला मोदी सरकार के अंत की शुरुआत है।
एक बार फिर स्पिनरों के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर भारत ने तीसरे क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन आज इंग्लैंड को आठ विकेट से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला में 2-0 की बढत बना ली। भारत की स्पिन तिकड़ी आर अश्विन (तीन विकेट), रविंद्र जडेजा और जयंत यादव (दो-दो विकेट) ने दूसरी पारी में इंग्लैंड को 236 रन पर पवेलियन भेज दिया।
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी में जारी रस्साकशी का दौर अभी भी जारी है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने आज मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी मंत्री पवन पांडे को पार्टी से निष्कासित कर दिया। इसी बीच अखिलेश ने अचानक राजभवन पहुंच राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात की जिसके बाद अटकलें तेज हो गई हैं।
'एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी' फिल्म को सीधे-सीधे बायोपिक नहीं कहा जा सकता। इसमें सिर्फ महेंद्र सिंह के जीवन की कुछ घटनाएं हैं। नीरज पांडे ने हालांकि पूरी कोशिश की है कि यह एक अच्छी बायोपिक फिल्म लगे। पर कहीं-कहीं लगता है कि धोनी के जीवन की कुछ परतें खुलनी फिर भी बाकी रह गई हैं।
बायें हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा के पांच और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के चार विकेट की बदौलत भारत ने न्यूजीलैंड को 262 रन पर समेटने के बाद मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा के नाबाद अर्धशतकों से दूसरी पारी में एक विकेट पर 159 रन बनाकर पहले क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन अपनी स्थिति बेहद मजबूत कर ली। भारत की कुल बढ़त 215 रन की हो गई है।
जब लेखक और इलस्ट्रेटर मनोज पांडे ने सलमान रश्दी, मार्गरेट एटवुड और तेजू कोले जैसे अपने पसंदीदा लेखकों को उनकी प्रतिक्रिया पाने की आशा में अपने ट्वीट में टैग करना शुरू किया तब वे नहीं जानते थे कि उनकी प्रतिक्रिया भी अपने आप में लघु कहानियां ही होंगी।
रुस्तम देखते हुए कई बातें दिमाग में एक साथ चलती हैं। सन 1959 में नानावटी केस पर बनी इस फिल्म को देखते हुए लगता है कि संपादन नीरज पांडे की फिल्मों की सबसे बड़ी खासियत है। शायद यही वजह है कि रुस्तम की धीमी कहानी भी पकड़ छूटने नहीं देती।