वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के लागू होने में सिर्फ 2 सप्ताह का ही समय बचा है। ऐसे में उद्योग संगठन ने इसे फिलहाल टालने की मांग की है। एसोचैम का कहना है कि नई कर प्रणाली के लिए अभी होमवर्क पूरा नहीं हुआ है।
पूर्व नौकरशाहों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर अपनी चिंता जाहिर की है। 65 पूर्व नौकरशाहों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला खत लिखकर देश में बढ़ रहे ‘उग्र-राष्ट्रवाद’ को बंद कराने की अपील की है।
महाराष्ट्र में भाजपा व उसकी सहयोगी शिवसेना के बीच दूरियां बढ़ती जा रही है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने साफतौर पर कह दिया है कि भाजपा मध्यावधि चुनाव को तैयार है। अगर चुनाव हुआ तो भाजपा को अकेले बहुमत मिल जाएगा। कोई सरकार को अस्थिर करने की धमकी न दे। मुख्यमंत्री के इस बयान को शिवसेना नेता संजय राउत के बयान पर पलटवार माना जा रहा है। राउत ने कहा था कि जुलाई बाद सरकार मुसीबत में होगी।
देश में आए दिन महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार और गैंगरेप की घटनाएं सुनने और पढ़ने को मिलती है। एक ऐसी ही घटना कर्नाटक की है, जहां गैंगरेप का शिकार हुई एक दलित छात्रा ने इंसाफ की गुहार लगाई है। इस संबंध में पीड़िता ने पीएम मोदी को पत्र भी लिखा है।
मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान थाने को जलाने की धमकी देने वाली कांग्रेस विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है, फिलहाल शकुंतला फरार है। शकुंतला का किसानों को हिंसा के लिए उकसाने और पुलिस स्टेशन में आग लगाने का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गया था।
राजस्थान के भाजपा विधायक ने मोदी सरकार की जमकर आलोचना की है। विधायक ने कहा कि एक भी किसान ऐसा नहीं है जिस पर कर्ज न हो। किसान अपने दूध सड़क पर फेंक रहा है। बेरोजगारी बढ़ रही है।
दिल्ली के विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल को पत्र लिखकर मिलने का समय मांगा है। दिलचस्प है कि यह पत्र उस समय आया है जब आम आदमी पार्टी यह आरोप लगा रही है कि उपराज्यपाल सभी को दरकिनार करते हुए सरकार के हटाए गए पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा से जल्दी जल्दी मिल रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री से नहीं। इस मौके पर पत्र लिखने से राजनैतिक हलचलें जरूर तेज हो गई हैं। उधर, उपराज्यपाल दफ्तर ने सफाई दी है कि मुख्यमंत्री को अगले सप्ताह बुधवार को मिलने का समय दिया गया है।
बीसीसीआई की प्रशासक समिति से इस्तीफा देने के बाद रामचंद्र गुहा ने बीसीसीआई पर बड़ा बयान दिया है। गुहा ने कहा अगर बीसीसीआई लगातार बढ़ रहे सुपरस्टार कल्चर को खत्म नहीं करता है, तो आने वाले समय में उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। साथ ही उन्होंने धोनी, गावस्कर, गांगुली और कोहली पर गंभीर आरोप लगाए हैं।