मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार पर अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठी मेधा पाटकर को अस्पताल ले जाने के लिए पुलिस को ‘कील लगे डंडे’ के साथ भेजने के आरोप लग रहे हैं।
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष योगेन्द्र मिश्र ने पोस्टर को भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की साजिश करार देते हुए कहा कि पहले भी ऐसी हरकतें होती रही हैं। उन्होंने कहा कि वह इस मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराएंगे।
क्या कभी आपने सुना है कि छात्रों को स्कूल की क्लासरुम की जगह टॉयलेट में शिक्षा दी जा रहा हो... जी हां यह घटना सच है, जो मध्यप्रदेश में नीमच के एक प्राइमरी स्कूल की है।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। ऐसे में जब कि 2017 के चुनावों में पार्टी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा और उसकी प्रदेश विधान सभा में कुल सीटें 28 से घटकर 7 रह गईं, अब कांग्रेस के राज्य मुख्यालय की ज़मीन का विवाद सामने आया है।
किसान आंदोलन की ताप से मध्य प्रदेश में सत्ता वापसी की आस लगाए बैठी कांग्रेस पार्टी में 'सीएम प्राजेक्ट' को लेकर रस्साकशी का दौर शुरू हो चुका है। बीते दिनों कांग्रेस के दिग्गजों ने जो दांव खेला है, वह थोड़ा चौकाता जरूर है, लेकिन अप्रत्याशित नहीं है।
सीबीआई द्वारा 2004 में दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर ईडी ने इसकी जांच शुरू की थी। प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत की गई जांच में पता चला कि प्रसाद ने जगनमोहन रेड्डी को अलग-अलग कंपनियों में निवेश के रूप में 779.50 करोड़ रुपए की रिश्वत दी।
6 कांग्रेस विधायकों ने हाईकमान को चिट्ठी भेजी है। उन्होंने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को कुर्सी से हटाने की मांग की है। वीरभद्र सिंह पहले से ही भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हुए हैं।
उत्तर प्रदेश में वीवीआईपी यानि सांसद और विधायक लोगों के लिए टोल प्लाजा पर अलग से लेन की सुविधा दी जाने वाली। यह सुविधा विधायकों और सांसदों को दी जाएगी ताकि वे ट्रैफिक जाम में ना फंसे।