नई लीला के राम, मंदिर के बाद बदलेगी राजनीति और सामाजिक परिवेश अयोध्या सजी थी, लाखों दीये जगमग थे, शंखध्वनियां और तुरही का नाद उठ रहा था। महामारी और आर्थिक तबाही का वह... AUG 08 , 2020
पौराणिक पॉप, बढ़ने लगा पौराणिक पात्रों के इर्दगिर्द बुनी नई किस्सागोई का बाजार अमूमन ‘जो रुचे, सो बिके’ ही कारगर मंत्र होता है। इसे पलट दें तो यह भी कह सकते हैं कि ‘जो बिके, सो... AUG 08 , 2020
लोकोक्तियों का लौटना कहानी कहने-सुनने की परंपरा सभ्यता के आरंभ से ही समाज में रही है। इसी कड़ी में बिहार की सामाजिक... JUL 31 , 2020
“न सितारे गर्दिश में होंगे, न कंटेंट” स्त्री-केंद्रित सिनेमा में विद्या बालन ने अपनी खास पहचान बनाई है। 2011 में उनकी हिट फिल्म द डर्टी पिक्चर... JUL 31 , 2020
झारखंड: कोयलांचल के बाहुबली, लंबे समय तक जिनकी बादशाहत रही अपराध के राजनीतिक रिश्तों की बात हो तो झारखंड से दिलचस्प जगह नहीं। सभी पार्टियों का यहां से सीधा... JUL 29 , 2020
कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म होने का एक साल, सन्नाटे में दहकते सवाल जम्मू-कश्मीर, अब इस नाम से न तो पर्वतों, वादियों और कलकल करती पहाड़ी नदियों का एहसास होता है, न ही... JUL 29 , 2020
महामारी से कांवड़ यात्रा थमी, हजारों करोड़ के कारोबार पर ग्रहण सावन बीता जा रहा है मगर उत्तर और पूर्वी भारत के कई हिस्से में भगवान शिव पर गंगा जल चढ़ाने के लिए हर वर्ष... JUL 29 , 2020
बिहार के गैंगस्टर भईया, सियासी दम से दबंगई बेपनाह जब बात अपराध और राजनीति के गलबहियां डालने की हो तो बिहार अक्सर अपने पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश का... JUL 28 , 2020
राजस्थान सियासी संकट: परदा गिरा नहीं, खेल अभी जारी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहचान धैर्यवान और अपनी भावनाओं को सार्वजनिक न करने वाले नेता की... JUL 28 , 2020
सत्ता गई, कवयित्री बची रही बीसवीं सदी के शुरुआत में उभरी रूसी कवयित्री मारीना त्स्वेतायेवा का जीवन बहुत त्रासद रहा। वह एक कुलीन... JUL 28 , 2020